रेनबो न्यूज़ इंडिया* 30 अप्रैल 2022
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च 2020 में देश में आई कोविड महामारी के कारण हुए नुकसान से उबरने में भारत को और 13 साल लगने की संभावना है।इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 2021-22 में मुद्रा और वित्त पर आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 2020-21 के लिए (-) 6.6 प्रतिशत की वास्तविक विकास दर, 2021-22 के लिए 8.9 प्रतिशत और 2022-23 के लिए 7.2 प्रतिशत की विकास दर और उससे आगे 7.5 प्रतिशत की वृद्धि को मानते हुए, भारत के 2034-35 में कोविड -19 घाटे से उबरने की उम्मीद है।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि 2020-21, 2021-22 और 2022-23 के लिए अलग-अलग वर्षों के लिए उत्पादन घाटा क्रमशः 19.1 लाख करोड़ रुपये, 17.1 लाख करोड़ रुपये और 16.4 लाख करोड़ रुपये आंका गया है।आरबीआई ने कहा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। चीन, दक्षिण कोरिया और यूरोप के कई हिस्सों में कोविड की एक ताजा लहर आई है।रिपोर्ट में कहा गया कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के साथ, वैश्विक और घरेलू विकास के घाटे का जोखिम वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों के माध्यम से बढ़ रहा है।
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