रेनबो न्यूज़ इंडिया*20 जुलाई 2022
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के डिंगाडी गांव की रहने वाली और पिछले एक सप्ताह से बीमार पडी 52 वर्षीया शकुंतला देवी को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को 12 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा करनी पड़ी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि राज्य बनने के 22 वर्ष बाद भी जिले के पुरोला प्रखंड के सुदूरवर्ती बडियार क्षेत्र के डिंगाडी सहित आठ गांवों के लोग अब तक स्वास्थ्य व सड़क जैसी जरूरी सुविधाओं के अभाव का दंश झेल रहे हैं ।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बीमार महिला को कंधे पर रखे डंडों पर बिठाकर उसके परिजन डिंगाडी गांव से 12 किलोमीटर पैदल चलकर सरनोल पहुंचे और वहां से सोमवार को सीधे देहरादून रवाना हो गए ।
देहरादून जाते समय महिला के परिजनों ने बताया कि शकुंतला देवी एक सप्ताह से उल्टी दस्त व बुखार से पीड़ित थीं और कई प्रकार के घरेलू उपचार करने के बाद भी आराम नहीं मिलने पर उन्हें अस्पताल ले जाने का निर्णय किया गया ।
सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश रावत और शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि आजादी के सात दशक बाद भी बडियार क्षेत्र के सर, डिंगाड़ी, गोठुका, पौंटी, किमडार, लेवटाड़ी सहित आठ गांव शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं ।
रावत ने कहा कि इससे पूर्व भी कई बार बीमार व्यक्तियों को डंडों पर बिठाकर ले जाया जाता रहा है । उन्होंने कहा कि कई बीमार तो अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में ही दम तोड़ देते है।
उन्होंने बताया कि गांव में किसी के बीमार होने पर उनको प्राथमिक उपचार तक नहीं मिल पाता है ।
Related posts:
- ड्राइवर को पड़ा दौरा तो महिला ने 10 किमी तक चलाई बस, अस्पताल में कराया भर्ती, वीडियो वायरल
- यूक्रेन में सबकुछ खो चुकी महिला ने उत्तरकाशी में ली शरण, बेटी को ऐसे मिला ‘जीवनदान
- ग्राफिक एरा अस्पताल की इमरजेंसी सेवाओं में अत्याधुनिक सुविधाएँ शामिल
- उत्तराखंड के पौड़ी में आदमखोर तेंदुए को ग्रामीणों ने जिंदा जलाया
- उत्तरकाशी: घर में घुसकर महिला से दुष्कर्म, आरोपी फरार
- ग्राफिक एरा अस्पताल में भी अब निशुल्क वैक्सीन, स्पूतनिक-वी वैक्सीन भी चालू