रेनबो न्यूज़ इंडिया* 22अगस्त 2022
गंभीर बीमारियों की वजह से शारारिक रूप से अक्षम शिक्षक-कर्मचारियों को रिटायर करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर जिला स्तर पर चिह्निकरण शुरू कर दिया गया है। सभी सीईओ, डीईओ, बीईओ और उपशिक्षा अधिकारियों से चार बिंदुओं पर रिपेार्ट मांगी गई है।
हर शिक्षक-कर्मी का पिछले दस साल की सेवा के रिकार्ड, स्कूल से गैरहाजिरी, बीमारी की वजह से अक्षमता, विभागीय स्तर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का ब्योरा तैयार किया जाएगा। आपको बता दें शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक हैं जो गंभीर बीमारियों से त्रस्त हैं और उनके द्वारा कई बार विभाग क़ो तबादले समेत तमाम पत्र लिखें जाते हैं ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सकें ऐसे में शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लेते हुए अब उन्हें घर बैठाने का ही फैसला लिया हैं।
मालूम हो कि शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अधिकारियों को गंभीर रूप से बीमार ऐसे शिक्षकों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं, जिनकी विभाग में 20 साल की सेवा पूरी हो चुकी है।
20 साल की सेवा की वजह से वित्तीय लाभ सुरक्षित रहते हैं। इन शिक्षकों के रिटायर होने से रिक्त पदों पर भर्ती का रास्ता भी खुलेगा। सूत्रों की मानें तो बीमार शिक्षकों को जबरन रिटायर करने के बाद शिक्षा विभाग शिक्षकों की भर्ती भी कर सकता है।
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