रेनबो न्यूज* 10/4/23
नैनीताल। गुलदार को नजदीक देख जहां बड़े से बड़े दिलेर का साहस जवाब दे जाता है वहीं नैनीताल में पांच वर्ष के मासूम ने सूझबूझ से इस खूंखार जानवर को चकमा दे दिया। गुलदार से बचने के लिए बच्चा करीब 5 घंटा झाड़ियों में छिपा रहा। काफी देर तक गुलदार उसके ईद-गिर्द घूमता रहा लेकिन बच्चा साहस और धैर्य के साथ अपनी जगह पर बैठा रहा। गुलदार चला गया लेकिन मासूम रात 11 बजे तब बाहर आया जब ग्रामीण उसे खोजते हुए मौके पर पहुंचे।
नैनीताल से सटे रूसी बाईपास में पिछले कुछ दिनों से गुलदार दिखाई दे रहा है। शाम करीब छह बजे गांव के लोगों को गुलदार दिखाई दिया। इसी बीच गांव में रह रहे एक नेपाली मजदूर लोकेंद्र बहादुर का पांच वर्षीय बेटा मुस्कान लापता हो गया। इससे बच्चे की सुरक्षा को लेकर आशंकित माता-पिता दहशत में आ गए। गुलदार के हमले की आशंका से चिंतित परिजन इधर-उधर बच्चे को खोजने लगे, लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चल सका। अंधेरा होने पर परिजनों के साथ ग्रामीण टॉर्च और मोबाइल की रोशनी में आसपास जंगल में उसे खोजने लगे। बच्चा नहीं मिला तो वन विभाग को सूचना दी गई।
सूचना पर पहुंचे वनकर्मियों ने भी गांव से सटे जंगल में सर्च अभियान चलाया। गांव वाले जंगल में ढूंढखोज कर ही रहे थे कि रात्रि करीब 11 बजे मुस्कान घर से कुछ दूरी पर स्थित घनी झाड़ियों से बाहर निकल आया। वह काफी डरा-सहमा हुआ था। पूछताछ में मुस्कान ने बताया कि वह शाम के समय खेल रहा था, तभी उसे कुछ दूरी पर गुलदार दिखाई दिया तो वह जान बचाने के लिए झाड़ियों में जाकर छिप गया। काफी देर तक गुलदार आसपास ही घूमता रहा। जब गांव वाले उसके समीप पहुंचे तो उसे हिम्मत मिली और वह झाड़ियों से बाहर आया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के आसपास एक नहीं बल्कि कई गुलदार घूम रहे हैं। जो शाम होते ही रास्तों पर आ जाते हैं। उन्होंने वन विभाग से यहां पिंजड़ा लगाने और गश्त करने की मांग की है।