ई- कंटेंट एंड ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म की उपयोगिता पर कार्यशाला का आयोजन

ई- कंटेंट एंड ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म की उपयोगिता पर कार्यशाला का आयोजन

पांच महाविद्यालयों के साथ ई-कंटेंट तथा ई-लर्निंग पर समझौता ज्ञापन एमओयू

रेनबो न्यूज़, 25 अगस्त। राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में ‘पर्वतीय क्षेत्रों के संदर्भ में ई- कंटेंट एंड ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म की उपयोगिता व आवश्यकता पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में किया गया।   

कार्यशाला में पांच महाविद्यालयों के प्राचार्यों ने ई-कंटेंट तैयार करने हेतु समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए। जिसमें राजकीय महाविद्यालय नैनबाग से प्रो० सुमिता श्रीवास्तव, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पुरोला के प्रो० ए के तिवारी, राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ से प्रो० प्रभात द्विवेदी, राजकीय महाविद्यालय बड़कोट के प्रो० विनोद कुमार तथा राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० पंकज पांडेय सम्मिलित हुए।

कार्यशाला में समस्त प्राचार्यों का स्वागत करते हुए प्रो० श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा में शिक्षण व ऑनलाइन लर्निंग को विशेष महत्व दिया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों के विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए एनईपी द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम पर ई-कंटेंट विकसित करना समझौता ज्ञापन का मुख्य उद्देश्य है। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पुरोला के प्राचार्य प्रोफेसर ए के तिवारी ने इसे उच्च शिक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण कदम बताया। साथ ही शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं से इस प्लेटफार्म का भरपूर उपयोग करने की अपील की। 

राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने इस समझौता ज्ञापन के संबंध में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह महाविद्यालयों के छात्रों एवं शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। राजकीय महाविद्यालय बड़कोट के प्राचार्य प्रो० विनोद कुमार ने छात्रों को ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन शिक्षा का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। 

महाविद्यालय नैनबाग की प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की उन्होंने इन पांचो महाविद्यालयों के प्राचार्यों का आभार व्यक्त किया तथा शिक्षकों एवं छात्रों को इस प्लेटफार्म का भरपूर उपयोग करने हेतु सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि इस प्लेटफार्म के माध्यम से शिक्षक एवं छात्रों के बीच पठन-पाठन का एक डिजीटल प्लेटफॉर्म तैयार होगा जो छात्रों के उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा।

कार्यक्रम के आयोजक सचिव आइक्यूएसी के समन्वयक परमानंद चौहान ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा इस समझौता ज्ञापन को उच्च शिक्षा के लिए अभिनव प्रयोग बताया। यह भी कहा कि अब छात्रों को पांच प्राध्यापकों के अध्यापन का अनुभव मिलेगा। कार्यशाला में महाविद्यालय के समस्त शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपलब्ध रहे तथा बड़ी संख्या में छात्रों ने शिरकत की।

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