एनएसएस की सामाजिक उत्थान में भूमिका पर ऋषिकेश परिसर में कार्यशाला का आयोजन

एनएसएस की सामाजिक उत्थान में भूमिका पर ऋषिकेश परिसर में कार्यशाला का आयोजन

ऋषिकेश,  पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिषद ऋषिकेश में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस के अवसर पर कविता, पोस्टर प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता एवं सामाजिक उत्थान में राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका विषय पर वर्चुअल माध्यम से कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

कार्यशाला की अध्यक्षता परिसर के निदेशक प्रोफेसर महावीर सिंह रावत द्वारा की गई। प्रो० रावत ने कहा राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र-छात्राओं को सृजनात्मक एवं रचनात्मक कार्यों के प्रति प्रेरित कर समाज सेवा का अवसर प्रदान करती है और उनके व्यक्तित्व को निखारने एवं भविष्य में उन्हें कर्तव्यनिष्ठ, संवेदनशील तथा उपयोगी नागरिक के रूप में संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। 

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० एन के जोशी ने एनएसएस स्थापना दिवस के अवसर पर सभी  को बधाई दी। उन्होंने कहा की एनएसएस स्वयं सेवियों में समाज को समझने, समस्याओं को जानना और उन्हें हल करने के लिए जिम्मेदारी की भावना होनी चाहिए। साथ ही समूह स्तर पर जिम्मेदारियों को बांटने के लिए आवश्यक क्षमता का विकास, आपातकाल और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए उनको विकसित करना व राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता का अभ्यास करना इत्यादि प्रमुख कार्य हैं। 

वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ० अशोक कुमार मैन्दोला स्वयंसेवकों को संबोधन करते हुए कहा सभी युवा स्वयंसेवक जो एनएसएस के माध्यम से सामुदायिक सेवा के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने का विकल्प चुनते हैं, एनएसएस बैज को गर्व के साथ पहनते हैं और जरूरतमंदों की मदद करने की जिम्मेदारी की भावना रखते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र के विकास के साथ-साथ राष्ट्र सेवा के लिए उन्हें जागरूक करना है। 

कार्यक्रम अधिकारी डॉ० पारूल मिश्रा ने कहा एनएसएस ने देश व समाज को असंख्य नेतृत्व युवा प्रदान किए हैं जिनके प्रयासों से समाज का सार्वभौमिक विकास हुआ है तथा इन एनएसएस स्वयं सेवियों ने राष्ट्र निर्माण में भी अपनी अग्रणी भूमिका अभिनीत की है। 

मंच का संचालन करते हुए कार्यक्रम अधिकारी डॉ० प्रीति खंडूरी ने कहा देश के निर्माण में युवाओं का सर्वाधिक योगदान होता है और एनएसएस स्वयंसेवी साक्षरता, स्वच्छता, पर्यावरण के लिए समाज को जागरूक करने के साथ आपदाओं में पीड़ितों के रक्षक बनकर  समाज की उन्नति में सक्रिय योगदान देते रहे हैं। वाद-विवाद प्रतियोगिता में जयराज रौथान, तन्मय कुमार,अंकित, रजत नेगी, सोनी वर्मा, पियूष गुप्ता,अनुराधा वर्मा, रवीना, छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

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