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उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम में डीपीआर और व्यावसायिक नैतिकता के बारे में चर्चा

उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम में डीपीआर और व्यावसायिक नैतिकता के बारे में चर्चा

ऋषिकेश: श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के द्वारा देवभूमि उद्यमिता केंद्र द्वारा देवभूमि उद्यमिता कौशल विकास योजना के 12 दिवसीय कार्यक्रम के चौथे दिन, देवभूमि उद्यमिता योजना की नोडल अधिकारी, प्रोफेसर अनिता तोमर ने कहा कि देवभूमि उद्यमिता केंद्र में विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें शिक्षा, प्रशिक्षण, और आर्थिक समर्थन की सुविधाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा यह केंद्र छात्रों को विभिन्न व्यापारिक क्षेत्रों के लिए आवश्यक ज्ञान, सीख, और समर्थन प्रदान करेगा। देवभूमि उद्यमिता केंद्र विभिन्न व्यापारिक क्षेत्रों में कौशल और समर्थन प्रदान करता है। छात्रों को उद्यमिता कौशलों के विकास में मदद करने के लिए विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान करता है। उद्यमिता विशेषज्ञ  और अनुभवी व्यावसायिकों के नेतृत्व में सेशनों का आयोजन करता है। देवभूमि उद्यमिता केंद्र, श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी में नए उद्यमियों को मार्गदर्शन प्रदान करने का कदम है। उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम छात्रों को विभिन्न व्यापारिक क्षेत्रों के लिए आवश्यक ज्ञान, और सीख समर्थन प्रदान करेगा।

प्रोफेसर तोमर ने बताया कि इस कार्यक्रम में देवभूमि उद्यमिता संस्थान से आए उद्यमिता विशेषज्ञ मनदीप असवाल ने डीपीआर फाइलिंग और व्यावसायिक नैतिकता के बारे में विस्तार में चर्चा की।उन्होंने उद्यम स्थापना में आने वाले जोखिम और समस्याओं के बारे में बताया। युवाओं को तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर ऋण संबंधी होने वाले परेशानियों व उलझनों से बचने के गुरु मंत्र दिये, उत्तराखंड में बाजार की संभावनाओं और उद्यम स्थापित करने में होने वाली चुनौतियों से प्रतिभागियों को अवगत कराया। उन्होंने राज्य और केंद्र की तमाम योजनाओं का विस्तार से चर्चा की।

इस संबंध में श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर प्रोफेसर एन. के. जोशी ने बताया कि यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि प्रत्येक प्रतिभागी इस कार्यक्रम से न केवल एक व्यावसायिक योजना के साथ निकले बल्कि अपने उद्यमशीलता के सपनों को आगे बढ़ाने के लिए आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ निकले। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र में उद्यमिता संस्थान से आए उद्यमिता विशेषज्ञ के साथ आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। परिसर निदेशक प्रोफेसर एम.एस. रावत ने उद्यमिता विकास कार्यक्रम  को युवाओं के भविष्य के लिए अति महत्वपूर्ण बताया।

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