देहरादून: उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाओं के द्दष्टिगत एस्ट्रो टूरिज्म को बढ़ावा दिए जाने के उद्देश्य से में पर्यटन विभाग द्वारा एस्ट्रो टूरिज्म कंपनी के सहयोग से ‘नक्षत्र सभा‘ का जॉर्ज एवरेस्ट मसूरी में विधिवत उद्घाटन हुआ। यह अपने आप में अलग किस्म का आयोजन है, देश में पहली बार एस्ट्रो टूरिज्म की थीम पर ‘नक्षत्र सभा’ आयोजन किया गया है।
“विभिन्न स्थानों पर एस्ट्रो विलेज स्थापित कर रही सरकार”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विजन के अनुरूप प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के अलावा बहुआयामी पर्यटन गतिविधियों बढ़ावा देने के द्दष्टिगत पर्यटन विभाग ने यह पहल की है। उन्होंने पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित ‘नक्षत्र सभा’ के सफल आयोजन के लिए शुभकामना दी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुआयामी पर्यटन के द्दष्टिगत सरकार अन्य संसाधन भी विकसित कर रही है। सरकार ग्रीन टूरिज्म को बढ़ावा देने के द्दष्टिगत विभिन्न प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के अलावा साहसिक पर्यटन, वेलनेस टूरिज्म, एस्ट्रो टूरिज्म पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर एस्ट्रो विलेज स्थापित कर रही है।
उल्लेखनीय है कि आयोजन स्थल जॉर्ज एवरेस्ट शिखर का चयन महत्वपूर्ण ऐतिहासिक महत्व रखता है। प्रसिद्ध ब्रिटिश सर्वेक्षक सर जॉर्ज एवरेस्ट के नाम से दुनिया भर में अपनी पहचान रखता है। यह शिखर भारत के त्रिकोणमितीय सर्वेक्षण का केंद्र था, जो देश के सटीक मानचित्रण के लिए महत्वपूर्ण था। हिमालय क्षेत्र के सर्वेक्षण में पं. नैन सिंह रावत ने सर जॉर्ज एवरेस्ट के साथ बड़े पैमाने पर सहयोग किया। हाल ही में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने सर जॉर्ज एवरेस्ट स्टेट में देश के पहले काटरग्राफी संग्रहालय का भी शुभारंभ किया था। नक्षत्र सभा विशेष उपकरणों के माध्यम से तारों को देखने, विशेष सौर अवलोकन, एस्ट्रोफोटोग्राफी प्रतियोगिता, तारों के नीचे शिविर लगाने जैसी बहुत सी गतिविधियों के साथ एक समग्र खगोल पर्यटन अनुभव प्रदान करती है।