प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को दिल्ली में यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र का उद्घाटन करेंगे। यह सत्र 21 से 31 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा, और इसमें 150 से अधिक देशों के 2,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इस आयोजन में यूनेस्को की महानिदेशक ऑड्रे अजोले भी उपस्थित होंगी।
सत्र के दौरान, यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में नए स्थलों के नामांकन प्रस्तावों, मौजूदा विश्व धरोहर संपत्तियों की संरक्षण रिपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय सहायता और विश्व धरोहर निधि के उपयोग पर चर्चा की जाएगी। कुल 27 नए स्थलों के नामांकन की जांच की जाएगी, जिनमें 19 सांस्कृतिक, चार प्राकृतिक और दो मिश्रित स्थल शामिल हैं। भारत की ओर से असम के ‘मोइदम्स’ का नामांकन प्रस्तुत किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा प्रदर्शित प्रदर्शनियों और पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, भौगोलिक विविधता और आधुनिक तकनीकी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा। ‘रिटर्न ऑफ ट्रेजर्स’ प्रदर्शनी में देश में वापस लाई गईं 350 से अधिक कलाकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा और नवीनतम एआर और वीआर प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके भारत के तीन विश्व धरोहर स्थलों का अद्भुत अनुभव प्रदान किया जाएगा।