डांसिंग सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती को सिनेमा जगत के सबसे प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रदान किया। इस समारोह में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन भी उपस्थित थे।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में भारतीय सिनेमा में मिथुन दा के योगदान की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि पुरस्कृत फिल्में सकारात्मक सामाजिक बदलाव को दर्शाती हैं। मिथुन चक्रवर्ती ने इस अवसर पर आभार व्यक्त करते हुए अपने करियर की चुनौतियों और उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कैसे रंगभेद का सामना करने के बाद उन्होंने डांस में अपनी पहचान बनाई, और आखिरकार वे ‘सेक्सी बंगाली बाबू’ के नाम से मशहूर हुए।
मिथुन चक्रवर्ती का जन्म 16 जून 1950 को कोलकाता में हुआ था और उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत मृणाल सेन की फिल्म ‘मृगया’ से की थी। ‘डिस्को डांसर’ फिल्म में उनके अभिनय और डांस ने उन्हें अपार लोकप्रियता दिलाई। इसके अलावा, उन्होंने राजनीति में भी अपनी पहचान बनाई है और फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य हैं। उन्हें पहले भी पद्म भूषण, पद्मश्री और तीन राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।