देहरादून, 9 नवंबर 2024: गढ़ कौथिग मेले के दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रमों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। जिसमें लोक गायकों सहित स्कूली बच्चों, महिलाओं और हास्य कलाकार संदीप छिलबट की प्रस्तुतियों ने समां बांधा। मेले में लगे स्टालों पर पहाड़ी ब्यंजनों का स्वाद लेने के साथ ही लोगों ने पहाड़ी उत्पादों की खूब खरीदारी की।
मेले के दूसरे दिन शनिवार को दोपहर के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व उद्यान निदेशक डॉ० वीर सिंह नेगी ने क्लेमेंट टाउन में पिपलेश्वर महादेव मदिर प्रांगण में गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था क्लेमेन्ट टाउन द्वारा आयोजित इस महोत्सव का दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस दौरान संस्था के सदस्यों व पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथि का स्वागत फूल-मालाओं व परम्परागत ढ़ोल दमाउ व मस्कबीन की मधुर धुन के साथ किया।
कार्यक्रम में गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था की महिलाओं, स्कूली बच्चों ने रंगा रंग प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया।
इस दौरान महिला उत्थान सशिक्तकरण द्वारा, जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला, मुखड़ी तेरी चांद जैसी, नजर ना लागे, उच्चा उच्चा सैण्डिल पैरूलू, कस्तुराबा गांधी कोरबा की छात्राओं द्वारा ढ़ाई हाथ धोपैली, नीलम डोबरियाल द्वारा ढांगा रे ढांगा ना जा मुल्या फांगा, पिपलेश्वर महादेव समिति की महिलाओं द्वारा खोल दे माता खोल भवानी, धू करी धूपणू करी नि मानी, ग्राफ़िक एरा की छात्राओं की सुंदर बैंड प्रस्तुति, अर्न्तमन सोसायटी के बच्चो द्वारा नाचि गैना शम्भु नाथ आदि प्रमुख रहे।
अतिथि डॉ० नेगी ने राज्य स्थापना दिवस पर मनाये जाने वाले लगातार 23वें मेले के आयोजन पर गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था को बधाई दी। अपने संबोधन में डॉ० नेगी ने कहा इस प्रकार के मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम कर रहे हैं। इस प्रकार के आयोजन से स्वरोजगार के सृजन की नीव भी पड़ती है। युवा बेरोजगार जैविक खेती व्यवसाय को अपना कर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकते है। जिसमे वह सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की सहायता ले सकते है। इस दौरान राज्य आन्दोलनकारी प्रकाश सुमन ध्यानी, विजय जुयाल व संस्था के वरिष्ठ सदस्य नंदलाल कोठारी को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।
मेले में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें 150 से अधिक लोगों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया।
सांस्कृतिक विरासतों का संरक्षण कर रहा हैं गढ़ कौथीग – सुबोध उनियाल
गढ़ कौथिग के सायंकालीन संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि सूबे के वन, भाषा, निर्वाचन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। वही समाजसेवी राजीव जैन ने कार्यक्रम में बतौर विशिष्ठ अतिथि शिरकत की। मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य निर्माण होने के बाद से उत्तराखंड ने बहुत प्रगति की है, लेकिन हमें अभी विकास की राह पर मीलों चलना है। उन्होंने कहा कि गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था सामजिक सेवा के साथ ही सांस्कृतिक विरासतों का संरक्षण कर रही है। इस अवसर पर उन्होंने संस्था को दो लाख रुपये सहायता देने की भी घोषणा की है।
सांस्कृतिक संध्या में लोक गायक वीरेन्द्र राजपूत व लोक गायिका अंजली खरे ने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुतियां दी। लोक गायक वीरेन्द्र राजपूत ने पावन मेरू उत्तराखण्ड गढ़ भूमि गढ़देश से अपने गीतों की शानदार शुरवात की। इसके साथ-साथ भगवती तू दैणि हेये जाई, तेरी स्वाणी मुखड़ी, प्लया गौ कि सूरजा, रमसा गोरख्याणी गीत गाये। वहीं अजली खरे ने शिवजी जटा छोड़ी, उत्तराखण्ड मेरी मात्र भूमि, स्याली रामदेयी, पहाड़ो कू रैबासी, तिलगा, सरगा तारा आदिं गाकर समा बांधा।
हास्य कलाकार संदीप छिलबट ने गढ़वाली कॉमेडी से दर्शकों को लोट-पोट कर खूब मनोरंजन किया। संदीप छिलबट ने वर्तमान समय में चल रहे सोशल मीडिया के कुप्रभाव के खूब हास्य व्यंग किया।
गढ़ कौथिक मेले में कस्तुरबा गांधी कोरबा आवासीय विद्यालय की छात्राओं की विशेष प्रस्तुतियां व उनके द्वारा वनाई गई हस्त शिल्प कला व पेंन्टिग खास आर्कषण का केन्द्र रही। झूले,चर्खी, रेलगाड़ी आदि का लोगों ने आनन्द लिया, वही पहाड़ी उत्पादों की खरीदारी की। पहाड़ी खान पान में झंगोरे की खीर, काली दाल की पकौड़ी, मूली का थिच्वाणी, मण्डवे की रोटी, गहत की भरी रोटी, रोटना, अरसा, कछमोली, भूटवा आदि लजीज व्यंजनों का खूब स्वाद लिया।
इस दौरान वरिष्ठ समाजसेवी राजीव जैन, निर्वतमान पार्षद रमेश कुमार मंगू, निर्वमान पार्षद राजेश परमार, मेलाधिकारी सुबेदार मेजर (से.नि.) बादर सिंह रावत, मुख्य संरक्षक कर्नल (से.नि.) एच.एम. बर्थवाल, उद्योगपति रघुनंदन सिंह रावत, पूर्व अध्यक्ष सुन्दरलाल सेमवाल, अध्यक्ष ओ.पी.बहुगुणा,उपाध्यक्ष अरुण थपलियाल, सुबोध नौटियाल, नीलम डोबरियाल, महासचिव दीपक नेगी, सचिव ईश्वर सिंह नेगी, अशोक सुन्द्रियाल, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र कोटनाला, सह कोषाध्यक्ष जितेन्द्र खंतवाल, कार्यक्रम संयोजक मनोज भट्ट, चिकित्सा सहायता प्रकोष्ठ रंजन नौटियाल, सांस्कृतिक सचिव अनुराधा ध्यानी, सह सांस्कृतिक सचिव जसवंत सिंह चौन्दकोटी, मीडिया प्रभारी भानु प्रकाश नेगी, सह मीडिया प्रभारी उमराव सिंह गुसाई, जनसम्पर्क अधिकारी उत्तम सिंह रौथाण, लेखा परीक्षक बाचस्पति विडालिया, संयोजक डी पी बडोनी, भण्डार रक्षक रमेश चमोली, गोविन्द सिंह रावत, पूर्व महासचिव जयपाल सिंह रावत, पूर्व सांस्कृतिक सचिव विश्व भास्कर मैन्दोला, सुरेन्द्र सिंह सजवाण आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन यशवंती थपलियाल ने किया।
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