भारत के ग्रैंडमास्टर डोमराजू गुकेश ने 12 दिसंबर, 2024 को चीन के डिंग लिरेन को हराकर इतिहास रच दिया। महज 18 साल की उम्र में, गुकेश विश्व शतरंज चैंपियन बनने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। यह खिताब हासिल करने वाले वह भारत के दूसरे खिलाड़ी हैं, इससे पहले विश्वनाथन आनंद ने यह गौरव प्राप्त किया था।
कैसे मिली ऐतिहासिक जीत
14 गेम के इस मुकाबले में, गेम 13 तक स्कोर 6.5-6.5 की बराबरी पर था। अंतिम गेम में चीनी ग्रैंडमास्टर डिंग लिरेन सफेद मोहरों के साथ बढ़त बनाते दिख रहे थे, लेकिन 53वें मूव में की गई एक चूक ने गुकेश को जीतने का सुनहरा मौका दे दिया। उन्होंने यह गेम जीतकर स्कोर 7.5-6.5 कर दिया और खिताब अपने नाम कर लिया।
गुकेश का अद्भुत सफर
2024 कैंडिडेट्स टूर्नामेंट और शतरंज ओलंपियाड गोल्ड जीतने के बाद गुकेश ने डिंग लिरेन को चुनौती दी और विश्व चैंपियन बने। उनकी यह उपलब्धि उन्हें भारत के शतरंज इतिहास में एक खास स्थान दिलाती है।
विश्वनाथन आनंद के बाद भारत को मिला नया चैंपियन
गुकेश 2012 के बाद इस खिताब को जीतने वाले पहले भारतीय हैं। आनंद ने पांच बार विश्व चैंपियनशिप जीती थी, और अब गुकेश ने उस परंपरा को आगे बढ़ाया है।
यह जीत न केवल भारतीय शतरंज समुदाय बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। गुकेश ने अपनी युवा उम्र में दुनिया के शतरंज मंच पर भारतीय झंडा बुलंद किया है।