देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) के नव वर्ष 2025 के कैलेंडर (वॉल तथा टेबल टॉप) का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने आपदा राहत कार्यों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से चम्पावत, रुद्रप्रयाग, चमोली और ऊधमसिंह नगर जनपदों के लिए सीएसआर मद में प्राप्त चार पिकअप वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि आपदाओं से निपटने के लिए जनजागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि लोग विभिन्न आपदाओं के प्रभाव और उनसे बचाव के उपायों के बारे में जागरूक होंगे, तो वे न केवल अपनी बल्कि दूसरों की भी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि यूएसडीएमए द्वारा प्रकाशित नव वर्ष कैलेंडर में ऋतु अनुसार आपदा प्रबंधन से संबंधित जानकारी दी जाए।
इन वाहनों में आपदा राहत कार्यों में सहायक उपकरण जैसे टेंट, स्लीपिंग बैग, लीफलेट एवं नव वर्ष कैलेंडर भेजे गए। इसके अलावा, प्रत्येक वाहन में 01 मिनी जनरेटर, 15 स्लीपिंग बैग, 70 टेंट, आकाशीय बिजली से बचाव हेतु 9500 लीफलेट और 40 कैलेंडर शामिल किए गए हैं। ये सभी उपकरण और संसाधन आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
राज्य में आपदा प्रबंधन को प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न माध्यमों से जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सोशल मीडिया के जरिए सुरक्षा संबंधी पोस्ट और एनिमेटेड वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं। साथ ही, स्कूलों के पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन विषय को शामिल करने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है, ताकि बचपन से ही आपदाओं के प्रति जागरूकता विकसित की जा सके।
इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि यूएसडीएमए स्थानीय समुदायों को जागरूक करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग किसी भी आपदा के दौरान प्रथम प्रतिक्रिया देने वाले होते हैं, इसलिए उनका शिक्षित और प्रशिक्षित होना आवश्यक है। इसी क्रम में ‘आपदा मित्र’ की तर्ज पर ‘आपदा सखी’ योजना भी चलाई जा रही है, ताकि महिलाएं भी आपदा प्रबंधन में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
इस कार्यक्रम में यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, अपर सचिव महावीर सिंह चौहान, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबैदुल्लाह अंसारी सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।