मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को पंतनगर पहुंचे, जहां पंतनगर हवाई अड्डे पर भाजपा कार्यकर्ताओं और जिले के अधिकारियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री धामी 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जिसमें देश के 1800 वैज्ञानिकों के साथ-साथ 16 देशों के 42 विदेशी वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
सम्मेलन के दौरान, मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया और विश्वविद्यालय के पशु विज्ञान महाविद्यालय द्वारा तैयार मडुआ की बर्फी और लस्सी का स्वाद लिया। उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित प्रतिनिधियों के साथ कृषि विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
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मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में पंतनगर विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास की सराहना की और कहा कि कृषि प्रदर्शनी के स्टालों से किसानों को उपज उत्पादन के संबंध में विशेषज्ञों से मार्गदर्शन मिलता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के किसानों को समृद्ध बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, और आम बजट में किसानों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। राज्य सरकार ने भी गरीब, युवा और अन्नदाता को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के बजट में आवश्यक प्रावधान किए हैं।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में किसानों को तीन लाख रुपये तक का बिना ब्याज ऋण प्रदान किया जा रहा है। बेतालघाट सहित अन्य क्षेत्रों में चाय बागानों को जैविक चाय बागानों में परिवर्तित किया जा रहा है, और छह अरोमा वैली विकसित की जा रही हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सम्मेलन देश में कृषि के वैज्ञानिक दृष्टिकोण को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री ने बेमौसमी खेती पर पाबंदी लगाने और नवाचार के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि सीमांत गांवों को प्राथमिकता देते हुए विकास योजनाएं बनाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उत्तराखंड 27 जनवरी को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने वाला पहला राज्य बना है, जिससे लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वालों की जानकारी परिजनों और प्रशासन को होगी। उन्होंने कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है, लेकिन लोकतांत्रिक मूल्यों और सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह कदम उठाया गया है।