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उत्तराखंड: 25 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, पांच महीने चलेगी यात्रा

उत्तराखंड: 25 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, पांच महीने चलेगी यात्रा

Hemkund Sahib Yatra 2025: कठिन है दुनिया का सबसे ऊंचे गुरुद्वारे की यात्रा

श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की तिथि घोषित हो गई है। उत्तराखंड सरकार और गुरुद्वारा प्रबंधन ने मिलकर तिथि का ऐलान किया है।

उत्तराखंड के चार धामों के कपाट खुलने की तिथि निर्धारित होने के बाद अब पांचवें धाम और सिख श्रद्धालुओं के पवित्र तीर्थ स्थल श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की तिथि घोषित हो गई है। इस वर्ष ग्रीष्म काल के लिए श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को साल की पहली अरदास के साथ खोल दिए जाएंगे।

उत्तराखंड सरकार और श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा कमेटी द्वारा यह फैसला लिया गया है। पूर्व से ही श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खोलने और बंद करने का निर्णय उत्तराखंड सरकार और श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा कमेटी मिलकर लेती है। कपाट खुलने की तिथि घोषित होने के बाद अब गुरुद्वारा कमेटी द्वारा तैयारी शुरू की जाएगी।

फिलहाल बर्फ से ढका है हेमकुंड साहिब

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते फिलहाल हेमकुंड साहिब बर्फ की सफेद चादर से ढका हुआ है। साथ ही यहां तक पहुंचने वाले पैदल रास्ते पर भी बर्फ की मोटी परत जमी हुई है। अब कपाट खुलने की तिथि घोषित हो गई है तो धीरे-धीरे रास्तों से बर्फ हटाने का काम शुरू किया जाएगा।

10 अक्टूबर तक चलेगी यात्रा

इस वर्ष 25 मई को श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने के बाद यह यात्रा 10 अक्टूबर तक चलेगी। 10 अक्टूबर को श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा का समापन हो जाएगा। इस बीच लाखों की तादाद में सिख श्रद्धालुओं के धाम पहुंचने की उम्मीद है, जिसके लिए अब गुरुद्वारा प्रबंधन और प्रशासन मिलकर तैयारियां तेज करेंगे।

विश्व प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष 25 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। उत्तराखंड सरकार और गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब प्रबंधन ट्रस्ट ने यात्रा की तिथि की घोषणा कर दी है। यह यात्रा 10 अक्तूबर तक चलेगी, जिससे श्रद्धालुओं को पांच महीने तक दर्शन का अवसर मिलेगा।

गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब प्रबंधन ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह बिंद्रा ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मिलकर यात्रा की जानकारी दी। बीते वर्ष 1,83,722 श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचे थे, जबकि 2023 में यह संख्या 1,77,463 थी। इस साल भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

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