दिल्ली में अब उत्तराखंड की लोकसंस्कृति, हस्तशिल्प और जैविक उत्पादों की खुशबू महसूस की जा सकेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को दिल्ली के INA स्थित Dilli Haat में “हाउस ऑफ हिमालयाज” का भव्य उद्घाटन किया।
इस पहल के तहत उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े हस्तशिल्प, पारंपरिक खानपान, हैंडलूम, ऑर्गेनिक उत्पाद और स्थानीय कारीगरों की प्रतिभा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच मिलेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने उद्घाटन अवसर पर कहा, “हाउस ऑफ हिमालयाज न केवल उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाएगा, बल्कि यहां के कारीगरों और उत्पादकों को आर्थिक रूप से भी मजबूत करेगा।”
उन्होंने बताया कि इस केंद्र के माध्यम से उत्तराखंड के जैविक उत्पाद जैसे मंडुवा, झंगोरा, बुरांश का जूस, लोककलाएं, पारंपरिक परिधान, और अन्य स्थानीय उत्पादों को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर ब्रांडिंग और मार्केटिंग का बड़ा अवसर मिलेगा।
हर गांव से जुड़ा होगा ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’
सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के हर जिले, हर गांव से स्थानीय उत्पादों को इस हाउस से जोड़ा जाए, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके।
लोककलाकारों को मंच और उपभोक्ताओं को शुद्धता
यह केंद्र एक सांस्कृतिक मंच की तरह भी काम करेगा, जहां उत्तराखंड के लोक कलाकारों को अपनी कला प्रस्तुत करने का मौका मिलेगा, साथ ही उपभोक्ताओं को शुद्ध और पारंपरिक उत्पाद मिल सकेंगे।