ग्राफिक एरा में एआई मॉडल जेनरेशन पर विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित

ग्राफिक एरा में एआई मॉडल जेनरेशन पर विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित

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देहरादून, 14 अक्टूबर: ग्राफिक एरा में “एआई मॉडल जेनरेशन” विषय पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किया गया। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग और आईईईई ग्राफ़िक एरा स्टूडेंट चैप्टर द्वारा आयोजित विशेषज्ञ व्याख्यान में छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) के एलएलएम मॉडल आधारभूत सिद्धांतों की बारीकिओं  को समझा।

प्रो. (डॉ.) डी. आर. गंगोडकर, डीन इंटरनेशनल अफेयर्स ने विश्वविद्यालय में उपलब्ध अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) सुविधाएँ हैं, जिनमें पेंटा-फ्लॉप्स आधारित एनवीडिया (NVIDIA) जीपियू मशीन शामिल हैं, जो कि बड़ी-बड़ी कंपनियों में ही उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि जिसका शिक्षक और छात्र-छात्राएं अपने रिसर्च और डेवलपमेंट में इस्तेमाल कर सकते हैं।  

प्रो. (डॉ.) एस. सर्राफ, प्रो-वाईस चांसलर, ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार के विशेषज्ञ व्याख्यान छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे सत्रों से छात्रों को एआई सिस्टम के विकास की स्पष्ट समझ मिलेगी और वे आत्मविश्वास के साथ इस क्षेत्र में कार्य करना प्रारंभ कर सकेंगे।

आयोजित सत्र में इंडस्ट्री के रिसोर्स पर्सन सॉफ्टवेयर इंजीनियर देव ऋषि खरे ने एआई एजेंट्स, रिट्रीवल ऑगमेंटेड जेनरेशन (RAG) और मॉडलिंग प्रोसेस जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई, जिससे छात्रों को लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (LLMs) के विकास के संपूर्ण चरणों को समझने का अवसर मिला।

रिसोर्स पर्सन देव ऋषि खरे ने आधुनिक एआई टूल्स जैसे चैटजीपीटी (ChatGPT) की  कार्यप्रणाली को सरल रूप में समझाया। उन्होंने बताया कि ये एप्लिकेशन डेटा प्रोसेसिंग, मॉडल आर्किटेक्चर और वास्तविक जीवन के उपयोगों के माध्यम से कैसे कार्य करते हैं।  

उन्होंने कहा कि भविष्य में विशेषज्ञ स्तर के एआई इंजीनियरों की मांग लगातार बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि भले ही एआई कई कार्यों को ऑटोमेट कर देता है, लेकिन साथ ही यह कुशल पेशेवरों के लिए नई संभावनाएं और अवसर भी उत्पन्न करता है।

सत्र का समापन इंटरएक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने एआई अनुसंधान के बदलते परिदृश्य और जनरेटिव मॉडल्स के तकनीकी एवं सामाजिक प्रभावों पर चर्चा की।

इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) एस. सर्राफ, प्रो-वाईस चांसलर, कुलसचिव प्रो. (डॉ.) नरेश कुमार शर्मा, प्रो. (डॉ.) डी. आर. गंगोडकर, विभागाध्यक्ष कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग प्रो. (डॉ.) डी. पी. सिंह, आईईईई ग्राफ़िक एरा स्टूडेंट चैप्टर के कोऑर्डिनेटर पियूष अग्रवाल, कंप्यूटर सोसाइटी ऑफ़ इंडिया ग्राफ़िक एरा चैप्टर कोऑर्डिनेटर रमेश रावत, डॉ० अंकित विश्नोई, विशाल त्रिवेदी, शिक्षक, चैप्टर के सदस्य-संजय सिंह, प्रणव माहेश्वरी, कृष अग्रवाल, तनिस्क, टिया भटनागर, जिया बिष्ट, कुमकुम कबडवाल, नायशा रंजन, दिव्यांशी मेहता तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।