जापान को मिली पहली महिला प्रधानमंत्री, पढ़िए ‘आयरन लेडी’ ताकाइची के बारे में

जापान को मिली पहली महिला प्रधानमंत्री, पढ़िए ‘आयरन लेडी’ ताकाइची के बारे में

‘Liberal Democratic Party (LDP) की आयरन लेडी’ साने ताकाइची ने रचा इतिहास

टोक्यो, एजेंसी। जापान ने मंगलवार को ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए पहली बार किसी महिला को देश का प्रधानमंत्री चुना है। साने ताकाइची ने पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की करीबी और पूर्व प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के स्थान पर देश की नई प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। विपक्ष के एकजुट न होने से उनका रास्ता आसान रहा और उन्हें संसद में बहुमत से समर्थन मिला।

‘आयरन लेडी’ के नाम से मशहूर हैं ताकाइची

साने ताकाइची को जापान की “आयरन लेडी” कहा जाता है। वे आर्थिक सुरक्षा, सामरिक अधिकारों और विदेश नीति से जुड़े मुद्दों पर अपने कठोर और स्पष्ट विचारों के लिए जानी जाती हैं। ताकाइची दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की नीतियों की समर्थक मानी जाती हैं।

राजनीतिक सफर और प्रोफाइल

  • जन्म वर्ष: 1961
  • आयु: 64 वर्ष
  • वैवाहिक स्थिति: विवाहित
  • राजनीतिक दल: लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP)
  • सांसद बनीं: वर्ष 1993 में
  • सांसद के रूप में कार्यकाल: 10 बार
    वे जापान की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं और 1980 के दशक से ही अमेरिका-जापान व्यापार मामलों पर काम कर चुकी हैं।

‘एलडीपी’ के साथ पहली संसदीय सदस्य सेंट जीतीं

ताकाइची ने 237 वोटों से जीत हासिल कर प्रधानमंत्री पद पाया। उनके प्रतिद्वंद्वी को 149 वोट मिले। वे जापान की संसद में एलडीपी (लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी) की पहली महिला सदस्य हैं जिन्होंने लगातार 10 बार जीत दर्ज की है।

चीन के प्रति सख्त रुख

ताकाइची चीन के प्रति अपने सख्त रुख के लिए भी जानी जाती हैं। वे रक्षा और तकनीकी मामलों में राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की पक्षधर हैं। उनका मानना है कि जापान को एशिया में अमेरिका के साथ मजबूत गठबंधन बनाए रखना चाहिए।

नई प्रधानमंत्री के सामने चुनौतियाँ

  • बढ़ती महंगाई और आर्थिक अस्थिरता
  • चीन और कोरिया के साथ रिश्तों में संतुलन
  • देश में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की चुनौती
  • पड़ोसी देशों के साथ बेहतर सहयोग सुनिश्चित करना

क्या कहा ताकाइची ने

शपथ ग्रहण के बाद ताकाइची ने कहा —

“मैं जापान को आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करूंगी। महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना मेरी प्राथमिकता होगी।”