सामान्य नागरिकों के लिए डिजिटल इंडिया है सशक्तिकरण का बड़ा माध्यम
डिजिटल इंडिया के छः वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया की बदौलत कोरोना के इस डेढ़ साल में ही भारत ने विभिन्न योजनाओं के तहत करीब सात लाख करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से लोगों के बैंक अकाउंट में भेजे हैं।
- किसानों के जीवन में भी डिजिटल लेनदेन से अभूतपूर्व परिवर्तन आया है।
- पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 1 लाख 35 करोड़ रुपए सीधे बैंक अकाउंट में जमा किए गए हैं।
- डिजिटल इंडिया ने वन नेशन, वन MSP की भावना को भी साकार किया है: PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया सामान्य नागरिकों के लिए सुविधा और उनके सशक्तीकरण का एक बहुत बड़ा माध्यम है। उन्होंने कहा की इसने सिर्फ गरीबों की नहीं, बल्कि मध्यम वर्ग और युवाओं की जिंदगी भी बदल दी। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के छः साल पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में ये बातें कहीं। इस मौके पर सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मौजूद थे।
मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया पारदर्शी, भेदभाव रहित व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर चोट है। प्रधानमंत्री ने ने कहा कि डिजिटल इंडिया से समय, श्रम और धन की बचत होती है। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस है और इसमें सरकारी तंत्र तक हर किसी की पहुंच है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया की बदौलत कोरोना काल के इस डेढ़ साल में भारत ने विभिन्न योजनाओं के तहत करीब सात लाख करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से सीधे लोगों के बैंक अकाउंट में भेजे हैं। भारत में सिर्फ भीम यूपीआइ से ही हर महीने करीब पांच लाख करोड़ रुपये का लेनदेन होता है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत एक लाख 35 हजार करोड़ रुपये – 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों के बैंक अकाउंट में जमा किए गए हैं। डिजिटल इंडिया ने वन नेशन, वन एमएसपी की भावना को भी साकार किया है। इस वर्ष गेहूं की रिकार्ड खरीद के लगभग 85 हजार करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खाते में पहुंचे हैं। ई-नाम पोर्टल से ही अब तक देश के किसान एक लाख 35 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का लेन-देन कर चुके हैं।
वाराणसी की अनुपमा दुबे जी ने बताया कि किस प्रकार वो अपनी टीम के साथ मिलकर डिजि बुनाई सॉफ्टवेयर के जरिए पारंपरिक कला को आगे बढ़ा रही हैं। pic.twitter.com/a9AVswxmEz
— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2021
डिजिटल इंडिया से मिलने वाले अन्य लाभ
डिजिलॉकर
अब 10वीं, 12वीं, कॉलेज, यूनिवर्सिटी की मार्कशीट से लेकर दूसरे तमाम दस्तावेज सीधे डिजिलॉकर में सहज रूप से रखे जा सकते हैं। अभी कोरोना काल में कई शहरों के कॉलेज एडमिशन के लिए स्कूल सर्टिफिकेट्स का वेरिफिकेशन डिजिलॉकर की मदद से ही कर रहे हैं।
सेवा प्रक्रिया आसान हुई
ड्राइविंग लाइसेंस हो, बर्थ सर्टिफिकेट हो, बिजली का बिल भरना हो, पानी का बिल भरना हो, इनकम टैक्स रिटर्न भरना हो, इस तरह के अनेक कामों की प्रक्रियाएं डिजिटल इंडिया की मदद से बहुत आसान हो गईं। गांवों में तो ये सब अब अपने घर के पास कामन सर्विस सेंटर से हो रहा है।
वन नेशन, वन राशन कार्ड
अब दूसरे राज्य में जाने पर नया राशन कार्ड नहीं बनवाना होगा। एक ही राशन कार्ड पूरे देश में मान्य है। इसका सबसे बड़ा लाभ उन श्रमिक परिवारों को हो रहा है जो काम के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं।
टैक्सी ड्राइवर हरिराम जी से बात करके पता चला कि वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के जरिए उन्हें देहरादून में और उनके परिवार को यूपी के हरदोई में राशन का लाभ मिल रहा है। pic.twitter.com/hpCdK19Hoj
— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2021
गरीबों को सिस्टम से जोड़ना
रेहड़ी-ठेला-पटरी वाले डिजिटल इंडिया के कारण स्वनिधि योजना से बैंकिंग सिस्टम से जुड़ रहे हैं। स्वामित्व योजना के तहत गांव की जमीनों की ड्रोन मै¨पग की जा रही है। डिजिटल माध्यम से ग्रामीणों को अपने घर की कानूनी सुरक्षा के दस्तावेज मिल रहे हैं।
स्वास्थ्य सुविधा
डिजिटल इंडिया से घर बैठे मरीजों का इलाज संभव हो गया है। इस कोरोना काल में तैयार किए गए आरोग्य सेतु और कोविन एप पूरी दुनिया में चर्चा का विषय हैं। इससे कोरोना संक्रमण को रोकने में बहुत मदद मिली है।
वर्क फ्रॉम होम
आज कोई पहाड़ों से तो कोई गांवों में बने होमस्टे से अपना काम कर रहे हैं, जो डिजिटल कनेक्ट से ही संभव हो पाया है।
शिलॉन्ग की बीपीओ ट्रेनर सुश्री वांडामाफी स्येमलिएह ने BPO स्कीम के लाभ के बारे में समझाया। pic.twitter.com/I7gb22E9R2
— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2021
पीएम-वानी से गरीब बच्चों को मिलेंगे आनलाइन शिक्षा के अवसर
प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम-वानी योजना से देशभर में ऐसे एक्सेस प्वाइंट बनाए जा रहे हैं, जहां कम से कम कीमत में ब्राडबैंड- वाईफाई इंटरनेट उपलब्ध हो सके। इससे विशेष रूप से हमारे गरीब परिवार के बच्चों और युवा साथियों को ऑनलाइन शिक्षा के अवसरों से जोड़ने में मदद मिलेगी।
Related posts:
- यह दशक वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में भारत की हिस्सेदारी को बहुत ज्यादा बढ़ाने वाला है: मोदी
- उत्तराखंड का पहला डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र शुरू
- प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे केदारनाथ, बाबा का जलाभिषेक और आदि शंकराचार्य की मूर्ति का करेंगे लोकार्पण
- राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी क्लब का सदस्य बना महाविद्यालय सोमेश्वर
- टाटा ग्रुप ने खरीदी बिग बास्केट में बड़ी हिस्सेदारी, अमेजन और फ्लिपकार्ट से सीधी टक्कर का रास्ता साफ
- भारतीय प्रवासियों ने दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बनाई है: मोदी