रेनबो न्यूज़ इंडिया* 31 मार्च 2022
देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष ने बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर बुधवार को सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया। कांग्रेस के विधायकों ने कहा कि अगर मूल्यवृद्धि नियंत्रण में नहीं है तो निशुल्क राशन दिए जाने का कोई मतलब नहीं है।
चकराता से कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कहा, “ महंगाई ने लोगों की जिंदगी को दुश्वार बना दिया है। सरकार दोनों हाथों से लूट रही है। यह अजीब बात है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें काफी कम हुई हैं तब पेट्रोल और डीज़ल के दाम (प्रति लीटर) क्रमश: 100 रुपये और 90 रुपये के पार चले गए हैं।”
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने 2014 में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को नियंत्रण में रखा था जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव 132 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए थे।
सिंह ने पूछा कि आम आदमी कैसे गुजारा करेगा?
बाजपुर से विधायक यशपाल आर्य ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुद्रा स्फीति के आसमान छूने के बावजूद सदन में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान इस मुद्दे पर एक शब्द तक नहीं कहा गया।
उन्होंने कहा, “ अगर यह कल्याणकारी सरकार होती तो यह मूल्यों को काबू में करने के लिए कदम उठाती। अगर हम रिकॉर्ड तोड़ महंगाई से पीछा नहीं छुड़ा सकते हैं तो लोगों को निशुल्क राशन देना बेमतलब है।”
हरिद्वार (ग्रामीण) से विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1000 रुपये के पार चली गई हैं। उन्होंने मांग की कि या तो इसपर सब्सिडी दी जाए या कुछ महीने के लिए लोगों को सिलेंडर निशुल्क दिया जाए।
दोपहर के भोज के पहले सत्र के दौरान, सदस्यों ने विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हरबंस कपूर और पूर्व विधायक गोपाल दत्त ओझा को श्रद्धांजलि दी। कपूर का पिछले साल दिसंबर में और ओझा का इस साल जनवरी में निधन हो गया था।
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