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पूर्व सैनिक अधिकारियों के संगठन ने राज्यपाल से मुलाकात कर सुझाव दिए

पूर्व सैनिक अधिकारियों के संगठन ने राज्यपाल से मुलाकात कर सुझाव दिए

रेनबो न्यूज़ इंडिया * देहरादून

शुक्रवार दिनांक 22 जुलाई को उत्तराखण्ड एक्स सर्विस मैन लीग (यूईएसएल) के अधिकारियों के एक शिष्टमंडल ने राज्यपाल उत्तराखण्ड ले० जनरल (से नि) गुरुमीत सिंह से मुलाकात की। पूर्व सैनिक अधिकारियों के उत्तराखण्ड एक्स सर्विस मैन लीग ने यूईएसएल अध्यक्ष मेजर जनरल (से नि) एम एल असवाल के नेतृत्व में यह औपचारिक मुलाकात की।

मुलाकात के दौरान राज्यपाल ले० जरनल (से नि) गुरुमीत सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में आज बहुत से पूर्व सैनिक संगठन मौजूद हैं जिन्हें अब एक ही संगठन में आना चाहिए ताकि सबकी एकता बनी रहे और संगठन को बल मिल सके। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को 75वें स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव में 75 बहादुरी से अलंकृत पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही बताया कि देहरादून में ईसीएचएस पालीक्लिनिक महानिदेशक को आमंत्रित किया जाएगा ताकि हर पूर्व सैनिक और उसके आश्रितों की ईसीएचएस से सम्बन्धित समस्याओं का समाधान त्वरित हो सके। उन्होंने कहा कि उपनल में केवल पूर्व सैनिक और उनके आश्रितों को ही नौकरी दी जानी चाहिए। यह निगम केवल पूर्व सैनिकों के लिए ही बना है। उन्होंने सीमावर्ती जिले जैसे पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां के पूर्व सैनिकों को भी ईसीएचएस आदि सुविधाएं उपलब्ध हो सके। साथ ही स्पर्श-पोर्टल की जानकारी बाबत शिक्षित करने पर जोर दिया।

शिष्टमंडल ने भी महामहिम राज्यपाल महोदय के सामने अपने सुझाव रखे कि राज्य में टूरिस्ट को एक इंडस्ट्री के रुप में विकसित कर पूर्व सैनिकों को रोजगार देने के लिए साधन बनाना चाहिए। साथ ही मांग की गई कि ईसीएचएस में सुविधाएं सरल और सुगम बनाई जाए ताकि हर पूर्व सैनिक कागज और व्यवस्थाओं का चक्कर न काटे। जिला सैनिक बोर्ड में भी हर समय पूर्व सैनिकों को सहायता दी जानी चाहिए। हाउस टैक्स से भी पूर्व सैनिक मुक्त होने चाहिए। एनडीआरएफ के लिए अलग बटालियन का गठन होना चाहिए।

इस मुलाकात में यूईएसएल अध्यक्ष मे0 जरनल (से नि) एम एल असवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रिगेडियर (से नि) मुकुल भण्डारी (सेना मेडल), महासचिव कर्नल (से नि) शशि पोखरियाल और देहरादून एक्स सर्विस मेन लीग अध्यक्ष कर्नल (से नि) यू यस ठाकुर उपस्थित थे।

अन्त में राज्यपाल ने शिष्ट मण्डल को धन्यवाद देते हुए उनके सभी सुझावों को उच्च स्तर तक पहुंचाने और समाधान करने के लिए आश्वस्त किया।

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