देहरादून, 17 अक्टूबर। आस्ट्रेलिया में ग्राफिक एरा के पूर्व छात्र-छात्राओं के सम्मेलन में विश्वविद्यालय के वर्ल्ड रैंकिंग में स्थान बनाने पर जश्न मनाया गया। मेलबोर्न और सिडनी में आयोजित एलुमिनाई मीट में ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने कहा कि वर्ल्ड रैंकिंग में 601 से 800 के बीच स्थान मिलने के बाद अब ग्राफिक एरा को दुनिया के टॉप 500 विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल कराने का लक्ष्य रखा गया है।
ग्राफिक एरा के आस्ट्रेलिया चेप्टर ने मेलबॉर्न और सिडनी में एलुमिनाई मीट का आयोजन किया। इन दोनों स्थानों पर वर्ष 2001 से लेकर 2020 तक के बैच के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। इनमें से अनेक दुनिया की प्रमुख कम्पनियों और आस्ट्रेलिया की सरकार में प्रमुख पदों पर कार्यरत हैं। अपने संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष और चहेते शिक्षक डॉ कमल घनशाला को अपने बीच पाकर काफी छात्र-छात्राएं भावुक हो उठे। कामयाब प्रोफेशनल के रूप में अपनी प्रतिभा का सिक्का जमा चुके इन एलुमिनाई ने अपनी कालेज लाईफ के अनुभव साझा किए।
एलुमिनाई मीट में ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को वर्ल्ड रैंकिंग में सम्मानजनक स्थान मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए इसका श्रेय एलुमिनाई को दिया जिन्होंने ग्राफिक एरा से पढ़कर जाने के बाद संस्थान का गौरव बढ़ाया। ग्राफिक एरा पर हमेशा विश्वास करने के लिए उन्होंने अभिभावकों को भी श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि कई साल पहले जब देश के टॉप सौ विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में आने पर उन्होंने वर्ल्ड रैंकिंग में पहले एक हजार विश्वविद्यालयों में आने का सपना देखा था। उत्तराखंड का कोई विश्वविद्यालय को पहली बार वर्ल्ड रैंकिंग में इस मुकाम तक पहुंचा था। टाइम्स की वर्ल्ड रैंकिंग में ग्राफिक एरा को देश के उन तीन विश्वविद्यालयों में शामिल किया जाना भी उत्तराखंड का गौरव बढ़ाने वाला है जिन्हें देश भर में दसवीं रैंक दी गई है।
डॉ कमल घनशाला ने कहा कि जब ये एलुमिनाई, संस्थान के छात्र थे, तब इनसे बातचीत करने और इन्हें पढ़ाने का अवसर मिलता था, अब वे दुनिया की अच्छी कम्पनियों में हैं और आगे बढ़ रहे हैं, अपने देश-प्रदेश और ग्राफिक एरा का नाम रोशन कर रहे हैं, तब इन्हें देखकर जो खुशी मिलती है, उसे कोई शिक्षक ही महसूस कर सकता है। उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है। डॉ घनशाला ने कहा कि वर्ल्ड रैंकिंग में केवल पढ़ायी लिखाई और प्लेसमेंट ही महत्वपूर्ण नहीं है, रिसर्च और शिक्षकों ने जिन खोजों के पेटेंट किए हैं, उसकी भी बहुत बड़ी भूमिका है। वर्ल्ड रैंकिंग के लिए जिन आधारभूत चीजों की जरूरत होती है, ग्राफिक एरा में वह बेस बन चुका और कल्चर बन गई है। अब ग्राफिक एरा ने वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष 500 विश्वविद्यालयों की सूची तक पहुंचने के लिए प्रयास आरम्भ कर दिए हैं। ग्राफिक एरा के इंजीनियरिंग के छह कोर्स एनबीए से एक्रीडिटेशन मिलना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
सिडनी की एलुमिनाई मीट में ग्राफिक एरा के वर्ष 2001 बैच के मैनेजमेंट के छात्र रहे एसेंचयर, सिडनी के निदेशक राहुल नैय्यर ने कहा कि ग्राफिक एरा और डॉ कमल घनशाला ने उनके जीवन पर अमिट छाप छोड़ी है। ग्राफिक एरा का देश और दुनिया की रैंकिंग में लगातार ऊंचाई पर पहुंचना अमेजिंग है। इंफोसिस, सिडनी के लीड कंसलटेंट अर्चित तिवारी (बीटेक बैच 2008), ऑफिसवर्क्स, सिडनी की बिजनेस स्पेशलिस्ट मनिका शर्मा (बीबीए बैच 2010) और सिडनी के शिक्षा विभाग की सहायक निदेशक जया रावत ( मैनेजमेंट बैच 2001) ने ग्राफिक एरा में गुजारे वर्षों को याद करते हुए डॉ कमल घनशाला को अपना प्रेरणास्रोत बताया। एलुमिनाई एनी सिक्का, सृष्टि राणा, अमित भारती, हरप्रीत विर्क, हार्दिक जिंदल, अर्चिता नेगी, मोहित कुमार, रोहित मनराल ने भी कार्यक्रम में विचार व्यक्त किए।
इससे पहले मेलबॉर्न में आयोजित एलुमिनाई मीट में वैस्टपैक के अंजुल यादव, फैडरेशन यूनिवर्सिटी आस्ट्रेलिया की शिप्रा, कौमन वैल्थ ऑफ आस्ट्रेलिया के राहुल चौहान के साथ ही रोहित चांदना, रविंद्र सिंह, दीपक मिश्रा, प्रेक्षी टंडन, बलजिंदर सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में महान्तेश पी शेट्टी और अमरीश शर्मा भी शरीक हुए।
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