रेनबो न्यूज़ * 1 नवम्बर 2022
जगतसिंहपुर जिले के बालिकुडा गांधी के नाम से मशहूर स्वतंत्रता सेनानी विश्वनाथ दास का निधन हो गया। मृत्यु के समय उनकी आयु 105 वर्ष थी। लंबे समय से बुढ़ापा से जूझ रहे विश्वनाथ दास ने कटक के एससीबी मेडिकल सेंटर में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर पूरे जिले में फैल जाने के बाद पूरे जिले में मातम छाया रहा। बालिकुड़ा गांधी के नाम से मशहूर श्री दास अपने छात्र जीवन से ही महात्मा गांधी के कहने पर स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गए थे। भारत छोड़ो आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले विश्वनाथ ने अपने सहयोगियों के साथ कटक में एक ब्रिटिश विरोधी बैठक की। इस दौरान वे 2 बार जेल भी गए। 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में विशेष सैनिक सम्मान से सम्मानित किया था। इसी तरह इस महान स्वतंत्रता सेनानी को दूसरी बार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2020 के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित किया। विश्वनाथ दास हमेशा लोगों के सुख-दुःख के साथी थे। अपने क्षेत्र के लिए उनका अद्वितीय योगदान था। बुढ़ापा आ गया लेकिन सार्वजनिक सेवा के लिए उनका उत्साह कम नहीं हुआ। कई संस्थाओं से जुड़े इस साल के स्वतंत्रता सेनानी के निधन से पूरा जगतसिंहपुर जिला स्तब्ध है।
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