रेनबो न्यूज़* 13/7/23
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति और आपदा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने और प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित कर लिया जाय कि प्रभावितों को रहने खाने एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूर्ण उपलब्धता हो।
फूड पैकेट की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए। पेयजल के साथ ही बच्चों को दूध की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। आवश्यकता पड़ने पर हेलीकाप्टर से भी खाद्य सामग्री भेजी जाए। जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी की निकासी जल्द की जाए। जल जनित रोगों से बचाव के लिए भी सभी आवश्यक व्यस्थाएं की जाय। सभी संबंधित विभाग प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का आकलन कर लें। बारिश से पेयजल, विद्युत, सड़क एवं अन्य व्यवस्थाएं जो प्रभावित हुए हैं, उन्हें शीघ्र सुचारू किया जाय। सभी विभागीय सचिव अपने अपने विभागों से संबंधित व्यवस्थाएं देखें और अपने जिला स्तरीय अधिकारियों के निरंतर संपर्क में रहें।
प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के साथ ही उनके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग से भी लगातार संपर्क में रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत कार्यों के लिए पर्याप्त बजट है। संसाधनों की कमी नहीं आने दी जाएगी। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस. एस संधू, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, सचिव आपदा प्रबन्धन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, विनय शंकर पांडेय, विभिन्न विभागों के सचिव, अपर सचिव एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
Related posts:
- प्रधानों ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर देवप्रयाग व जाखणीधार ब्लॉक कार्यालयों पर लगाए ताले
- मॉनसून आते ही उत्तराखंड में आपदाओं का दौर शुरू, सीएम ने की आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक , 3 महीने तक छुट्टियां कैंसिल
- आपदा प्रबन्धन ने दिए सभी फील्ड वाहनों में GPS इंसोटेलेशन सुनिश्चित करने के निर्देश
- धामी कैबिनेट की बैठक में इन फैसलों पर लगी मुहर
- जिलाधिकारी स्वाति ने वीडियो काॅन्फ्रेसिंग से दी मुख्यमंत्री को रैणी आपदा की ताज़ा रिपोर्ट
- मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार डॉ० रावत ने ली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक