रेनबो न्यूज़* 21 /7 /23
श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय ऋषिकेश परिसर में मौजूद लाइब्रेरी को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अपडेट किया जा रहा है. जिसके तहत विभिन्न विभागों के विषय की सैकड़ों की संख्या में किताबों की डिमांड शासन को भेजी गई है. जिसकी कीमत चार लाख रुपये है. इसमें एक लाख रुपये का सहयोग पूर्व छात्रसंघ कोष का है. सितंबर माह तक लाइब्रेरी में किताबें उपलब्ध हो जाएंगी. भारतीय शिक्षा को वैश्विक पटल पर ले जाने का सपना बुन रही भारत सरकार प्राइमरी से लेकर विवि एवं महाविद्यालयों में भी नई शिक्षा नीति के तहत किताबें लगाना चाह रही है. जिसके तहत श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय ऋषिकेश की लाइब्रेरी को भी अपडेट किया जा रहा है. जिसमें बीए, बीएससी, बीकॉम सहित संचालित हो रहे विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की सैकड़ों किताबों की डिमांड शासन को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भेजी गई है. इसके लिए प्रत्येक विभाग से किताबों की सूची भी मांगी गई.
पूर्व छात्रसंघ कोष ने भी दिए एक लाख रुपये श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ऋषिकेश परिसर में आने वाली चार लाख रुपये की किताबों के लिए पूर्व छात्रसंघ कोष का भी भरपूर सहयोग मिला है. जिसके तहत वर्तमान छात्र नेताओं की सहमति के साथ एक लाख रुपये छात्रसंघ कोष से विश्वविद्यालय को किताबों के लिए दिए गए हैं. क्या है एनईपी एनईपी के अंतर्गत भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाने का उद्देश्य है. जिसके तहत शासन द्वारा पुरानी एजुकेशन पॉलिसी में सारे बदलाव किए गए हैं. एनईपी के तहत विश्वविद्यालय में लगने वाली किताबों के कुल खर्च चार लाख रुपये में एक लाख रुपये की धनराशि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ कोष का है. पिछले दो वर्षों से कोरोना के चलते चुनाव न होने से यह धनराशि खर्च नहीं हो सकी. जिस कारण इसका सदुपयोग किया गया है.
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