चमोली जिले में कर्णप्रयाग-गैरसैण मार्ग पर आदिबद्री के समीप स्थित चांदपुर गढ़ी अपने ऐतिहासिक महत्व के चलते पर्यटकों और इतिहास के जिज्ञासुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनी है। गढ़वाल राज्य की राजधानी रही चांदपुर गढ़ी उपेक्षा के कारण खंडहर में तब्दील हो गई थी। वर्ष-2004 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने चांदपुर गढ़ी का उत्खनन और इसे चरणबद्ध ढंग से सजाने-संवारने का काम शुरू किया। आज यह देश विदेश के पर्यटकों को भी अपनी ओर खींच रही है। इतिहासकार डॉ. यशवंत सिंह कटोच बताते हैं कि वर्ष-2004 में किए गए उत्खनन में यहां मूर्तियां, सिक्के, 12 आवसयीय कक्ष, सैनिकों के कक्ष, सुरंगे, मिट्टी के पाइप, पानी जाने की गूल, रास्ते और चारदीवारी आदि मिले हैं।
