ओंकारानंद सरस्वती राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग में महात्मा गांधी और श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती महाविद्यालय धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य प्रो० प्रीति कुमारी की अध्यक्षता में किया गया।
कार्यक्रम में ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान के बाद वीर गणों को फूल अर्पित किये। महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ० नौड़ियाल ने भगवत गीता के द्वितीय अध्याय के ५० वें अध्याय का पाठ किया साथ ही डॉ० आदिल ने कुरान की सबसे पहली सुरह एवं डॉ० लीना ने बाइबल के सर्मन ऑन द माउंट का पाठ किया।
इस अवसर पर डॉ० अर्चना ने महात्मा गांधी के प्रथम सत्याग्रह और शास्त्री जी के सादे जीवन को प्रासंगिक बताते हुए याद किया। डॉ० सृजना राणा ने गांधी जी एवं संत कबीर के दर्शन की वैचारिक समानता पर प्रकाश डाला एवं छात्र-छात्राओं को आदर्श पुरुषों के जीवन का गहन अध्ययन करने पर ज़ोर दिया।
एनएसएस संयोजक डॉ० दिनेश टम्टा ने दोनों महापुरुषों के सरल जीवन को याद किया। डॉ० आदिल ने कुमार विश्वास की बात को दोहराया की यदि हम अपने महापुरुषों को सम्मान नहीं दे सकते तो हमारा भविष्य क्या वर्तमान भी नहीं सुधर सकता।
प्राचार्य प्रो० प्रीति कुमारी ने दोनों महान विभूतियों को स्मरण कर सर्व धर्म को एक आस्था का प्रतीक बताया और हर कार्य को कर्तव्य निष्ठा से सम्पन्न करने पर ज़ोर दिया। कार्यक्रम का समापन राम धुन के साथ किया गया।
इस अवसर पर नमामि गंगे पुस्तक का विमोचन किया गया। इसके उपरांत महाविद्यालय में श्रमदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ० नौड़ियाल ने किया।
Related posts:
- डॉ० मौर्य ने प्राचार्य का कार्यभार ग्रहण किया, चंद्रबदनी महाविद्यालय में प्राचार्य का स्वागत
- विश्व पर्यावरण दिवस: जीव-जंतु, पेड़-पौधे और वनस्पतियां भारतीय संस्कृति के देव तत्व: प्रो० शास्त्री
- आज़ादी के अमृत महोत्सव का राष्ट्रीय आंदोलन विषय पर संगोष्ठि के साथ संपन्न
- पी जी कॉलेज कोटद्वार में घर-घर तिरंगा जागरूकता रैली का आयोजन
- महाविद्यालय कोटद्वार का पुरस्कार वितरण समारोह, वार्षिक पत्रिका वातायन का विमोचन
- गीता प्रेस गोरखपुर को वर्ष 2021 का गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किया जाएगा