सोमेश्वर (अल्मोड़ा), 31 अक्टूबर: हुकम सिंह बोरा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं गुगन राम सोसाइटी बोहल, भिवानी, हरियाणा के संयुक्त तत्वावधान में एक ऑनलाइन एवं ऑफलाइन अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी “गांधी का साहित्य एवं साहित्य में गांधी” विषय पर आयोजित की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ० अवनींद्र कुमार जोशी ने अपने संबोधन में कहा की मानव समाज को आज गांधी जी की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ० पी नजीम बैग प्रोफेसर दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा मद्रास, डॉ० अंशपुरी, प्राचार्या, राजकीय महाविद्यालय बहरौर राजस्थान, डॉ० स्नेहा कुमारी प्राध्यापक जनकपुर नेपाल, डॉ० राजेश शर्मा, प्रोफेसर टांटिया विश्वविद्यालय श्रीगंगानगर राजस्थान, तथा डॉ० रीना कुमारी विभागाध्यक्ष हिंदी दशमेश गर्ल्स कॉलेज चक आला पंजाब, ने संबोधित किया।
संगोष्ठी की संयोजिका डॉ० अमिता प्रकाश ने बताया कि इस संगोष्ठी में केरल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों के विविध महाविद्यालयों में अध्ययन – अध्यापन कर रहे प्राध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी तथा गांधी एवं गांधी साहित्य में रुचि रखने वाले विद्वानों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम तीन तकनीकी सत्रों के माध्यम से पूर्ण हुआ। उपर्युक्त विश्वव्यापी विषय पर विद्वानों ने महात्मा गांधी के राजनीतिक, सामाजिक, वैयक्तिक शैक्षिक एवं विविध पहलुओं पर बारीकी से चर्चा परिचर्चा की।
इस संगोष्ठी में सोमेश्वर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति रही। तकनीकी सत्रों में अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय से प्रोफेसर कमला धौलाखंडी, डॉ० लोतिका अमित, डॉ० सी पी वर्मा, डॉ० कंचन वर्मा, डॉ० सुनीता जोशी, डॉ० पुष्पा भट्ट, डॉ० नीता टम्टा, डॉ० राकेश पांडे, डॉ० जगदीश प्रसाद, डॉ० विवेक कुमार आर्या, डॉ० शालिनी, डॉ० प्राची तथा डॉ० आंचल आदि उपस्थित रहे।
हिंदी विभाग से इस कार्यक्रम का संचालन डॉ० अमिता प्रकाश ने किया तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन विभाग प्रभारी डॉ० भावना और विपिन चंद्र ने किया। अपने अध्यक्षयीय संबोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य ने समस्त महाविद्यालय परिवार को उपयुक्त कार्यक्रम हेतु हार्दिक बधाई प्रदान की।
गुगनराम सोसायटी के अध्यक्ष डॉ० नरेश सिहाग एडवोकेट ने कहा कि महात्मा गांधी जैसे विराट व्यक्तित्व पर इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए तथा हमारे स्वयं के सीखने के लिए एक मील का पत्थर साबित होंगे ।
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