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दीपावली का पर्व आज, गणेश-लक्ष्मी पूजन से आएगी समृद्धि, पढ़िए पूजा का मुहूर्त

दीपावली का पर्व आज, गणेश-लक्ष्मी पूजन से आएगी समृद्धि, पढ़िए पूजा का मुहूर्त

Deepawali 2023: दीपावली का त्योहार शुरू हो गया है। धनतेरस, छोटी दीपावली, नरक चतुर्दशी और फिर आज बड़ी दीपावली को मंदिरों के साथ ही घरों में भी गणेश जी व लक्ष्मी जी की विशेष पूजा अर्चना कर लोग शुख और समृद्धि के लिए आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। राजधानी देहरादून में सप्ताहभर से लोग बड़ी संख्या दीपावली पर्व के लिए अनेक चीजों की खरीदारी कर रहे हैं। साथ ही ऑनलाइन माध्यम से  लोगों ने काफी खरीददारी है, जिसमें कंपनियों ने छूट का ऑफर भी दिया। 

धनतेरस और छोटी दीपावली पर भी लोगों ने ज्वेलरी, चांदी के सिक्के, श्री गणेश, लक्ष्मी जी की मूर्तियां, तांबे, कांसे व पीतल के बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक, बाइक, गाड़ी के साथ ही मिट्टी के दीये, श्री गणेश, लक्ष्मी जी की मूर्तियां, मोमबत्ती व झाडू, फूलों की तरह-तरह की माला आदि की देर रात तक खूब खरीदारी की। 

इस बार घरों की सजावट के लिए लोगों ने फूल मालाओं, स्वास्तिक चिन्ह के साथ ही स्वदेशी सजावट की वस्तुओं, पावर पिक्सल एलईडी लड़ियां, क्राप लडियां, रॉकेट लडियां, सेंसर दीपक, एलईडी बल्ब आदि का प्रयोग किया है।

हर साल दीपावली पर्व कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। सनातन धर्म में दीपावली को सुख-समृद्धि के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन शाम के समय श्री गणेश जी, माता लक्ष्मी, भगवान राम, माता सीता, मां सरस्वती और हनुमान जी की पूजा होती है।  

दीपावली पर पूजा का शुभ मुहूर्त

एक घंटा 56 मिनट तक रहेगा दीपावली पर पूजा का मुहूर्त, शनिवार को कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दीपावली का पर्व मनाया गया। मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी भक्तों के घर पर पधारती हैं और धन-धान्य का आशीर्वाद देती हैं। 

ज्योतिषाचार्य सुशांत राज ने बताया कि इस बार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि की शुरुआत 12 नवंबर को दोपहर 2:44 बजे से शुरू होगी और समापन 13 नवंबर को दोपहर 2:56 बजे होगा। हिंदू धर्म में उदया तिथि के आधार पर त्योहार मनाए जाते हैं, लेकिन दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल के समय करना शुभ माना जाता है। शनिवार को प्रदोष काल की पूजा का समय 12 नवंबर को शुरू हो रहा है। दिवाली पर 12 नवंबर की शाम 5:40 बजे से लेकर 7:36 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं लक्ष्मी पूजा के लिए महानिशीथ काल मुहूर्त रात 11:39 बजे से मध्यरात्रि 12:31 मिनट तक है। आस्था है कि इस मुहूर्त में श्री लक्ष्मी पूजा करने से जीवन में अपार सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी है।

कम हो गया खील-बताशे का चलन

हमें याद है कि एक समय था जब दीपावली पर खील-बताशे और खिलौने की काफी मांग रहती थी। लेकिन समय के बदलने और आधुनिकीकरण के चलते इनका चलन अब काफी कम हो गया है। आज के समय में खील- बताशे केवल शगुन और पूजा के लिए ही खरीदे जाते है। लेकिन अब बदलते दौर में खील- बताशे की जगह तरह-तरह की मिठाइयों ने ले ली है।

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