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गढ़ कौथिग के दूसरे दिन लोकगायक सौरभ मैठाणी के गीतों पर झूमे लोग

गढ़ कौथिग के दूसरे दिन लोकगायक सौरभ मैठाणी के गीतों पर झूमे लोग

देहरादूनः गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था क्लेमेन्ट टाउन देहरादून द्वारा गढ़ कौथिग के दूसरे दिन मुख्य अतिथि पूर्व कैबीनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल व विशिष्ट डॉ० जी सी बौठियाल ने दीप प्रज्वलन कर किया किया। इस दौरान मुख्य अतिथि ने गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था द्वारा हर साल होने वाले गढ़ कौथिक के शानदार व भव्य आयोजन के लिए संस्था के समस्त पदाधिकारियों व सदस्यों को बधाई व शुभकामनायेें दी।

दोपहर 2 बजे से आरम्भ हुऐ गढ़ कौथिग में संस्था की महिलाओं व विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने शानदार प्रस्तुतियां दी। साथ ही व हास्य कलाकार संदीप छिलबट ने अपने शानदार कॉमेडी से दर्शकों को लोट पोट कर दिया।

गढ़ कौथिग मेें दूसरे दिन भी स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें बहुगुणा आई केयर सेंटर के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ० चिराग बहुगुणा के द्वारा निःशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें निःशुल्क दवाओं का भी वितरण किया गया। स्वास्थ्य शिविर के दौरान फारगिवनेस फाउंडेशन सोसायटी के सीईओ प्रसिद्ध मनोरोग विशेषज्ञ डॉ० पवन शर्मा ने निःशुल्क मनोरोग स्वास्थ्य शिविर के तहत मनोरोगियों का उपचार व मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। इस नेक कार्य के लिए डॉ० चिराग बहुगुणा व डॉ० पवन शर्मा को गढ़वाल भ्रातृमण्डल संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।

गढ़ कौथिक मेले में उत्तराखंड की शान ढ़ोल दमाउ की थाप पर मेले में पंहुचे लोगों ने जमकर नृत्य किया। पहाड़ी व्यंजन, कछमोली, रोट, अरसा, शिकार भात, भरी रोटी, गथ्वाणी, थिच्वाणी आदि का जमकर आनन्द लिया साथ ही अनेक प्रकार के पहाड़ी उत्पाद, व परिधानों की जमकर खरीदारी की। झूले व चर्खी का भी जमकर लुफत उठाया।

सांयकालीन सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार व हरिद्वार सांसद डॉ० रमेश पोखरियाल निशंक व विशिष्ट अतिथि सिद्धार्थ अग्रवाल महानगर अध्यक्ष भाजपा ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता देहरादून महापौर सुनील उनियाल गामा ने की।

मुख्य अतिथि डॉ० रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हमें अपनी लोक संस्कृति व विरासतों के संरक्षण के लिए काम करना चाहिए। अपनी बोली भाषा को अपनी नई पीड़ी तक पहुंचाने की हमारी अहम जिम्मेदारी है। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महापौर सुनील उनियाल गामा ने संस्था द्वारा आयोजित गढ़ कौथिग को सराहनीय प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन हमारे उत्तराखंड की संस्कृति के संरक्षण के लिए अति आवश्यक है।

शांयकालीन सांस्कृतिक संध्या में लोकगायक सौरभ मैठाणी ने अपनी शानदार प्रस्तुती दी। सौरभ मैठाणी ने – उच्चा-उच्चा सैडिल पैरोलू बनारसी साड़ी, मेरी सपना स्याली, ढ़ोल दमाउ की थाप, हॉ जी ओ, भानुमती, बो सुरेला, गुड्डू का बाबा समेत अनेक गीत गाये। जिस पर दर्शक जमकर झूमें। इस दौरान संस्कृति विभाग की टीम के द्वारा अनेक रंगारंग प्रस्तुतियां दी गई। 

आपको बता दे कि गढ़ कौथिग हर साल राज्य स्थापना दिवस की खुशी में मनाये जाने वाला गढ़ कौथिग उत्तराखंड की लोक विरासत, संस्कृति के संरक्षण के लिए आयोजित किया जाता है जिसमें स्थानीय कलाकारों के अलावा अनेक युवा प्रतिभाओं को मंच के साथ-साथ आर्थिक मदद भी दी जाती है। गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था गढ़ कौथिक के अलावा पर्यावरण संरक्षण, उत्तराखंड की संस्कृति संरक्षण के लिए समर्पित संस्था है। इसके अलावा संस्था समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों उचित सहायता देने में भी अग्रणी भूमिका में रहती है।

इस दौरान भ्रातृ मण्डल संस्था के अध्यक्ष सुन्दरलाल सेमवाल, मुख्य संरक्षक कर्नल (से.नि.) एच.एम. बर्थवाल, महासचिव जयपाल सिंह रावत, मेलाधिकारी सु. मेजर बादर सिंह रावत, उपाध्यक्ष आर. पी. चमोली, सुषमा सजवाण, पूर्व अध्यक्ष रघुनंदन सिंह रावत, पूर्व महासचिव आर.सी.एस.रावत, राजू फस्वार्ण, सचिव दीपक नेगी, उमराव सिंह गुसांई, पार्षद राजेश परमार, कोषाध्यक्ष बी़.पी बर्थवाल, सह-मेलाधिकारी अशोक सुन्दरियाल, सह कोषाध्यक्ष जितेन्द्र खंतवाल, अभिषेक परमार, सह सांस्कृतिक सचिव रंजन नौटियाल, संगठन मंत्री डी़.पी. बडोनी, जन सम्पर्क अधिकारी सुबोध नौटियाल लेखा परीक्षक बाचस्पति विडालिया, प्रेस सचिव आलम सिंह भण्डारी, भानु प्रकाश नेगी समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। मंच संचालन विश्व भास्कर मैन्दोला व यशवंती थपलियाल के द्वारा किया गया।

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