AIIMS Delhi (6 नवंबर)। चीन में छोटे बच्चों की जिंदगी के लिए घातक बीमारी दिल्ली तक पहुंच गई है। एम्स (AIIMS) दिल्ली ने माइकोप्लाज्मा निमोनिया (Mycoplasma Pneumoniae) के सात मामलों की जांच की है जो चीन में फैल रही भयानक सांस की बीमारी की वजह है। सलाह दी गई की इससे घबराने की नहीं बल्कि सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।
एम्स दिल्ली से प्राप्त सूचना के अनुसार चीन में फैली जानलेवा बीमारी माइकोप्लाज्मा निमोनिया भारत पहुंच चुकी है। चीन में बच्चों को निशाना बनाने वाली बीमारी के दिल्ली में पुष्टि होने पर पेरेंट्स बच्चों की सुरक्षा को लेकर परेशान दिख रहे हैं। इस पर एक्सपर्ट्स और डॉक्टरों ने लोगों को घबराने के बजाए सतर्क रहने की सलाह दी है।
मीडिया के हवाले से प्राप्त सूचना के अनुसार भारत में अप्रैल से अक्टूबर के बीच दिल्ली स्थित एम्स (AIIMS) अस्पताल में 67 टेस्ट किए गए थे जिसमें बीमारी के 7 सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। आरटी पीसीआर (RTPCR) तकनीक से किए गए 30 टेस्ट में एक सैंपल पॉजिटिव मिला और आईजीएम एलिसा (igmElisa) तकनीक से किए गए 37 टेस्ट में 6 सैंपल पॉजिटिव मिले।
बचाव हेतु देश में माइकोप्लाज्मा निमोनिया के लिए ग्लोबल सर्विलांस ग्रुप बना हुआ है जो समय-समय पर टेस्टिंग करता रहता है।
पीसीआर और आईजीएम एलिसा परीक्षणों की पॉजिटिविटी रेट 3 और 16 प्रतिशत पाया गया है। यही वजह है कि चीन से आए कोरोना को झेलने के बाद भारत में अब इस बीमारी को लेकर चिंता बढ़ने लगी है। चीन में ये बीमारी बेतहाशा बढ़ी है और ग्लोबल तौर पर भी बीमारी के रिकॉर्ड केस बढ़ रहे हैं।
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