उत्तराखंड ज्योतिष रत्न एवं सहायक निदेशक शिक्षा। संस्कृत शिक्षा आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को कार्यक्रमों में अतिथि के रूप में बुलाने के लिए उत्तराखंड की विभिन्न शैक्षणिक और सामाजिक संस्थाओं के बीच जबरदस्त खींचतान चल रही है।
डॉ घिल्डियाल के विज्ञान एवं वेदांत से युक्त संबोधन को सुनने के लिए छात्रों शिक्षकों एवं आम जनता में बड़ा उत्साह नजर आता है, इसलिए वह इस समय अकेले ऐसे अधिकारी हैं जिनके लिए दो महीने पहले से आमंत्रण निश्चित हो जाते हैं ,और वह भी उनकी अनुशासित शर्तों पर, आलम यह है कि एक तरफ उनके लिए व्यक्तिगत एवं सोशल मीडिया पर तमाम संस्थाओं के पत्र आमंत्रण के लिए जारी हुए हैं, तो दूसरी तरफ उन पर लोगों ने कविताएं लिखनी भी शुरू कर दी है।
डां चंडीप्रसाद घिल्डियाल जी के लिए लोगों ने कुछ पंक्तियों से वर्णन भी किया है पढ़ें👇
““परम आदरणीय सहायक निदेशक महोदय जी सादर प्रणाम
नगर नगर विकास हुणा,
गौं पहाड अंध्कार।
गौं गली की सुध भी ल्याओ,
मेरी विकास की सरकार।
नौनि नौंन गौं मां छन प्रतिभा शाली,
कब तक आली पहाडों मा उजियाली,
क्या हमेशा अंधेरू रैलि पहाडी वादियुं मा,
एक बार कर कमलों से अलख जगे द्याओ पहाड की,
सुन्दर घाटीयूं मा, अति रौनक दार वादियूं मा,
देश विदेश छैंईं आपक कीर्ति महान,
पहाड की घाटी, वादियूं क भी कर द्याओ उत्थान,
कर ध्याओ कल्याण,”
युगों यूगों तक रियाल आपकु नाम,
इन छयाई हमरा निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डयाल जी, शिक्षा अधिकारी महान,
सभी करल गुण गान,
तनिक दे ध्याओ, ध्यान
पहाड उत्थान, पहाड उत्थान”
मीडिया द्वारा अपने संपर्क सूत्रों एवं सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से किए गए सर्वे में पता चलता है, कि डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल की लोकप्रियता का ग्राफ विगत 5 वर्षों से लगातार इस कदर बढ़ रहा है ,कि अपने सरकारी प्रशासनिक दायित्वों को बड़ी गंभीरता से निभाने के साथ-साथ वह तमाम सामाजिक शैक्षणिक, धार्मिक ,आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी जनता के बीच लोकप्रिय एवं आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, मूर्धन्य विद्वान, ईमानदार और अनुशासन प्रिय अधिकारी की छवि होने के साथ-साथ कुशल वक्ता, मृदु भाषी एवं आकर्षक व्यक्तित्व के धनी तथा हिंदी ,अंग्रेजी और संस्कृत भाषा पर समान अधिकार होने से उनका एक अलग ही व्यक्तित्व समाज के बीच स्थापित हो रहा है।
इसे भी पढ़ें👇
धन्य, धन्य हुए भाग हमारे,
क्षण भर में,अधिकारी सुने फरियाद,
कहीं कोई शंका नहीं, अब तो होगा चहुं ओर विकास,
मिटेगा चहुं ओर अंधकार,
डाo चंडी प्रसाद घिल्डियाल जी, जैसे अधिकारी होंगे सरकार।
तय महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की श्रृंखला में डॉक्टर घिल्डियाल 22 एवं 23 दिसंबर को ऋषिकेश में श्री वेद संस्कृत महाविद्यालय के लिए संस्कृत शिक्षा में नवाचार के तहत 10 कंप्यूटर समर्पित करेंगे तो दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ताओं द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर आवास विकास कॉलोनी में आयोजित “गीता जयंती” पर आयोजित प्रतियोगिताओं का मुख्य अतिथि के रूप में शुभारंभ एवं पुरस्कार वितरण करेंगे , 24 और 25 दिसंबर को वह न्यूज़ चैनल यूके 24 * 7 द्वारा आयोजित’ प्रथम शरद उत्सव ‘कार्यक्रम की मुख्यमंत्री की उपस्थिति में अध्यक्षता करेंगे।
2 जनवरी 2024 को नवचेतन हाई स्कूल में शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के साथ वार्षिकोत्सव कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे, 26 जनवरी 2024 को अपने गृह जनपद पौड़ी गढ़वाल के गृह ब्लॉक खिरसू में रहकर जिस विद्यालय से उन्होंने बचपन में हाई स्कूल तक शिक्षा ग्रहण की पब्लिक इंटर कॉलेज भट्टी सेरा में ध्वजारोहण करेंगे तथा उसी दिन दोपहर में ग्राम सभा सौढ़ गजेली में गुप्तेश्वर महादेव साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का मुख्य अतिथि के रूप में शुभारंभ एवं पुरस्कार वितरण करेंगे।