मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने आगामी अक्टूबर में नियोजन विभाग और सेतु आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली उत्तराखण्ड स्किल डेवलपमेंट एंड एम्प्लॉयमेंट कॉन्फ्रेंस की तैयारियों के संबंध में एक बैठक आयोजित की। इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य राज्य के युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से सशक्त करना और रोजगार से जुड़ी उनकी चुनौतियों का समाधान करना है, ताकि समावेशी और सतत विकास की रणनीतियों पर विचार किया जा सके।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि इस कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन, इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन डेवलपमेंट, एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, यूएनडीपी और यूनिसेफ जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं को जोड़ा जाए। इसके अलावा, उन्होंने विशेष सत्र आयोजित करने का निर्देश दिया, जिसमें युवाओं के लिए विदेश में रोजगार के अवसर और विदेशी आवश्यकताओं के अनुसार कौशल विकास के कोर्स पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कौशल विकास के साथ-साथ विदेशी भाषाओं के कोर्स संचालित करने की रणनीति पर भी कार्य करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ एकीकृत होकर कौशल विकास के प्रयासों में भागीदारी करने का निर्देश दिया। वन विभाग को विशेष रूप से निर्देशित किया गया है कि वह स्थानीय युवाओं को नेचर गाइड के रूप में प्रशिक्षित करे, ताकि ट्रेकिंग के लिए आने वाले पर्यटकों को बेहतर सेवाएं मिल सकें।
उन्होंने सरकारी विभागों, शैक्षणिक संस्थानों, निजी क्षेत्र और गैर-सरकारी संगठनों के बीच सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया, ताकि कौशल विकास और रोजगार के अवसरों में वृद्धि की जा सके।
बैठक में सचिव श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम, श्री सचिन कुर्वे सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।