हरिद्वार जिला जेल से शुक्रवार रात को हत्या के एक दोषी और एक विचाराधीन कैदी के फरार होने की घटना ने प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है। यह घटना उस समय हुई जब जेल परिसर में रामलीला का आयोजन हो रहा था। फरार कैदियों के नाम पंकज और राजकुमार हैं। पंकज, जो रुड़की का रहने वाला है, हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था, जबकि राजकुमार उत्तर प्रदेश के गोंडा का निवासी और विचाराधीन कैदी है।
दोनों कैदी जेल परिसर से निर्माण कार्य के लिए लाई गई सीढ़ी का उपयोग करके भाग निकले। इस लापरवाही के चलते जेलर सहित छह जेलकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबित कर्मियों में अधीक्षक प्रभारी/जेलर प्यारे लाल आर्य, उप जेलर कुंवर पाल सिंह, डे हेड वार्डर प्रेमशंकर यादव, हेड वार्डर विजय पाल सिंह, बाडीरक्षक प्रभारी ओमपाल सिंह और गेटकीपर नीलेश कुमार शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि जेल उप महानिरीक्षक इस मामले की जांच करेंगे और रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। घटनास्थल की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम और श्वान दस्ते को बुलाया गया है, और फरार कैदियों की तलाश के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।