उत्तराखंड में विद्यालय समय पर नहीं पहुंचने वाले शिक्षकों के खिलाफ शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति को कोषागार से जोड़ने के निर्देश दिए हैं, जिससे अब शिक्षकों की उपस्थिति पर सीधा नियंत्रण रखा जा सकेगा। यदि कोई शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचता है, तो उनके वेतन में कटौती की जाएगी।
महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा झरना कमठान ने बताया कि विभाग लगातार शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर चैकिंग अभियान चलाता रहा है और गैरहाजिर तथा देर से पहुंचने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई भी होती रही है। शिक्षा मंत्री के निर्देशानुसार एक बार फिर से इस प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
महानिदेशक ने यह भी जानकारी दी कि दोनों मंडलों से प्राप्त सूचियों के आधार पर लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे करीब 86 शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। बताया गया कि ये शिक्षक कई बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद अपने तैनाती स्थल पर उपस्थित नहीं हो रहे थे।
अब शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है कि जो भी शिक्षक स्कूल में देर से आएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।