उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने कई वर्षों से अनुपस्थित चल रहे पांच प्रवक्ताओं को बर्खास्त कर दिया है। विभाग ने यह कड़ी कार्रवाई अनुशासनहीनता और अनियमितता के कारण की है। अधिकारियों के अनुसार, ये प्रवक्ता 2014 से 2020 के बीच लगातार अनुपस्थित रहे, जिससे उनकी सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया गया।
बर्खास्त प्रवक्ताओं की सूची
माध्यमिक शिक्षा के प्रभारी निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती ने बताया कि बर्खास्त प्रवक्ताओं में निम्नलिखित शिक्षकों का नाम शामिल है:
- राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बड़कोट – रसायन विज्ञान प्रवक्ता
- राजकीय इंटर कॉलेज पीपली नैनीडांडा – जीव विज्ञान प्रवक्ता
- राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कलालघाटी, पौड़ी – रसायन विज्ञान प्रवक्ता
- राजकीय इंटर कॉलेज बेरगनी पाली, टिहरी गढ़वाल – अंग्रेजी प्रवक्ता
- राजकीय इंटर कॉलेज गेरूड़, थराली – भौतिक विज्ञान प्रवक्ता
इन शिक्षकों ने बिना किसी स्वीकृत कारण के लंबे समय तक विद्यालयों से अनुपस्थिति बनाए रखी, और स्पष्ट उत्तर न मिलने पर विभाग ने उनकी सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
अन्य शिक्षकों पर भी हो सकती है कार्रवाई
प्रभारी निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती के अनुसार, यह कदम केवल शुरुआत है। अन्य ऐसे शिक्षक जो लगातार अनुपस्थित रहते हैं, उनके खिलाफ भी इसी प्रकार की कार्रवाई की जा सकती है। इससे पहले, अपर शिक्षा निदेशक, पौड़ी गढ़वाल, एसबी जोशी ने भी कई सहायक अध्यापकों (एलटी) की सेवा समाप्त की थी, जो लंबे समय से अनुपस्थित थे।
विभाग की सख्ती: छात्रों के शैक्षिक अधिकारों की रक्षा
शिक्षा विभाग का कहना है कि यह कार्रवाई छात्रों के शैक्षिक अधिकारों की सुरक्षा हेतु आवश्यक थी। विभाग ने जोर देकर कहा कि शिक्षकों की नियमित उपस्थिति छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने में सहायक होगी। यह कदम विभाग की उस नीति का हिस्सा है, जिसके तहत शिक्षकों की जवाबदेही सुनिश्चित की जा रही है।