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31 दिसंबर और 1 जनवरी को कैंची धाम में वाहनों की एंट्री बंद, श्रद्धालुओं के लिए शटल सेवा का इंतजाम

31 दिसंबर और 1 जनवरी को कैंची धाम में वाहनों की एंट्री बंद, श्रद्धालुओं के लिए शटल सेवा का इंतजाम

नव वर्ष की पूर्व संध्या और एक जनवरी को उत्तराखंड के प्रसिद्ध कैंची धाम में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ को देखते हुए नैनीताल पुलिस प्रशासन ने खास तैयारी की है। बाबा नीब करौली के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को व्यवस्थित तरीके से मंदिर तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने सख्त यातायात और पार्किंग योजना लागू की है।

वाहनों पर प्रतिबंध और शटल सेवा का प्रबंध
नैनीताल पुलिस ने निर्णय लिया है कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को कैंची धाम तक निजी वाहनों को प्रवेश नहीं मिलेगा। श्रद्धालुओं को विशेष शटल सेवा के जरिए मंदिर तक पहुंचाया जाएगा।
हल्द्वानी, ज्योलिकोट, भवाली और काठगोदाम से आने वाले वाहनों को नैनीबैंड द्वितीय, सेनेटोरियम भवाली बाईपास और अन्य पार्किंग स्थलों पर रोका जाएगा। इसके बाद, श्रद्धालुओं को शटल सेवा से कैंची धाम भेजा जाएगा।

प्रमुख मार्गों पर यातायात नियंत्रण

अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रानीखेत जैसे पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को रामगढ़ तिराहे से उनके गंतव्य के लिए भेजा जाएगा।

हल्द्वानी जाने वाले वाहन क्वारब पुल, मोना-नथुवाखान-रामगढ़ मार्ग से भेजे जाएंगे।

कैंची धाम आने वाले श्रद्धालु पनीराम के ढाबे से आगे पैदल चलकर मंदिर तक पहुंचेंगे।

प्रशासन और स्थानीय प्रबंधन की तैयारी
रविवार को पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ. जगदीश चंद्र की अध्यक्षता में प्रशासन, पुलिस, टैक्सी यूनियन, होटल प्रबंधकों और मंदिर प्रबंधन के साथ बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में यातायात सुगमता और भीड़ नियंत्रण के लिए विस्तृत योजना बनाई गई।

श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे प्रशासन द्वारा तय किए गए मार्गों और नियमों का पालन करें।

  1. तय पार्किंग स्थलों पर वाहन खड़ा करें।
  2. शटल सेवा का उपयोग करें।
  3. पैदल मार्ग पर अनुशासन बनाए रखें।
  4. श्रद्धालुओं को सलाह दी जाती है कि वे समय से पहले योजना बनाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
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