श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में फैली रहस्यमय बीमारी ने अब तक 17 लोगों की जान ले ली है और 38 लोग प्रभावित हुए हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बीमारी के संभावित कारणों का खुलासा करते हुए वायरस या बैक्टीरिया से संक्रमण को खारिज कर दिया है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में बीमारी के पीछे किसी टॉक्सिन की उपस्थिति का संकेत मिला है।
टॉक्सिन की जांच जारी
लखनऊ स्थित वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की टॉक्सिन लैब में इस टॉक्सिन का परीक्षण किया जा रहा है। मंत्री सिंह ने कहा कि टॉक्सिन के लंबे चेन की जांच की जा रही है। अगर इसके पीछे किसी शरारत की संभावना है, तो जल्द इसका पता लगाया जाएगा।
रहस्यमय बीमारी का दायरा
इस बीमारी ने दिसंबर 2024 की शुरुआत से राजौरी के बधाल इलाके में कहर मचाया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सभी मौतें तीन परिवारों में हुई हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने की आवश्यकता से इनकार किया है।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने किया दौरा
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर प्रभावित नागरिकों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बीमारी की जांच जारी है और इसका कारण समझने के लिए परीक्षण किए जा रहे हैं।
एसआईटी का गठन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मौतों की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। यह टीम रहस्यमय बीमारी की जांच कर रही है और छह हफ्तों में रिपोर्ट देगी।
अधिकारियों ने जनता से सतर्क रहने की अपील की है और स्वास्थ्य विभाग इस पर लगातार नजर बनाए हुए है।