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मुख्य सचिव ने भवन निर्माण में उत्तराखंड की स्थानीय वास्तु शैली अपनाने के दिए निर्देश

मुख्य सचिव ने भवन निर्माण में उत्तराखंड की स्थानीय वास्तु शैली अपनाने के दिए निर्देश

देहरादून, 25 फरवरी 2025 – उत्तराखंड की मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सोमवार को सचिवालय में आयोजित व्यय वित्त समिति (EFC) की बैठक में कई महत्वपूर्ण योजनाओं को मंजूरी दी और कार्यदायी संस्थाओं को स्कूल, कॉलेज एवं अन्य भवनों के निर्माण में उत्तराखंड की स्थानीय वास्तु शैली के उपयोग के निर्देश दिए।

महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मिली स्वीकृति

बैठक में पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर में कौड़िया-किमसार वन मोटर मार्ग के सुदृढ़ीकरण, जी.बी. पंत इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट के पास बिल्केदार पम्पिंग पेयजल योजना, राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेजों के निर्माण और न्यू कैंट मोटर मार्ग के विस्तार समेत कई योजनाओं को स्वीकृति दी गई।

पर्यावरण अनुकूल निर्माण पर जोर

मुख्य सचिव ने सभी भवन निर्माण कार्यों में ग्रीन बिल्डिंग मानकों, सोलर पावर और रेन वाटर हार्वेस्टिंग के नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय वास्तुशैली को अपनाने से उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिलेगा और निर्माण कार्य अधिक टिकाऊ एवं पर्यावरण अनुकूल होंगे।

डेयरी आधारित अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा

बैठक में भराड़ीसैंण में पशुपालन विभाग के तहत डेयरी आधारित अर्थव्यवस्था और गाय आधारित पर्यटन विकास की 3003.05 लाख रुपये की योजना पर चर्चा की गई। इस पर विस्तृत चर्चा के लिए उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए गए।

छात्रों को मिलेगा लाभ

मुख्य सचिव ने कहा कि यमकेश्वर में मोटर मार्ग के सुदृढ़ीकरण से स्थानीय लोगों और वन विभाग को लाभ मिलेगा। वहीं, राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेजों के नए भवन निर्माण से दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को उच्च और तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के अधिक अवसर मिलेंगे।

बैठक में मौजूद अधिकारी

बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, श्री पंकज कुमार पांडे सहित वित्त, सिंचाई और नियोजन विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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