हल्द्वानी (उत्तराखंड): गौलापार स्टेडियम में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में लड़कियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तैराकी में दबदबा बनाया है। बीते तीन दिनों में 15 स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने अपनी क्षमता साबित की है।
भव्या सचदेवा ने जीते तीन पदक
दिल्ली की भव्या सचदेवा अब तक एक स्वर्ण समेत तीन पदक जीत चुकी हैं। 19 वर्षीय भव्या ने बताया कि उन्होंने पहले बास्केटबॉल और टेनिस खेला था, लेकिन पिता के सही मार्गदर्शन के कारण उन्होंने तैराकी को करियर बनाया। भव्या ने आठ साल की उम्र में प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेना शुरू किया और पिछले छह महीनों से बैंकॉक में प्रशिक्षण ले रही हैं। अब वह एशियन गेम्स और ओलंपिक की तैयारी में जुटी हैं।
डाइविंग में ईशा ने जीता रजत पदक
महाराष्ट्र के सोलापुर की ईशा ने डाइविंग में रजत पदक जीता है। नौ साल से डाइविंग में सक्रिय ईशा ने अपनी मेहनत से यह उपलब्धि हासिल की है।
अब तक 45 लड़कियों के नाम
राष्ट्रीय खेलों में तैराकी प्रतियोगिता के दौरान लड़कियों ने अब तक कुल 45 पदक अपने नाम किए हैं, जिसमें 15 स्वर्ण, 15 रजत और 15 कांस्य पदक शामिल हैं। इन उपलब्धियों से यह साफ हो गया है कि भारतीय लड़कियां अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी देश का नाम रोशन करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।