देहरादून- उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को राजभवन में ‘मेरी योजना-केंद्र सरकार’ पुस्तक का विमोचन किया। कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग उत्तराखंड शासन द्वारा तैयार की गई इस पुस्तक में केंद्र सरकार के 82 प्रतिष्ठानों की 384 योजनाओं और सेवाओं को संकलित किया गया है।
इससे पूर्व, विभाग ने वर्ष 2023-24 में ‘मेरी योजना-राज्य सरकार’ पुस्तक भी प्रकाशित की थी, जिसमें राज्य सरकार के 122 विभागों और संस्थाओं की योजनाओं एवं सेवाओं का उल्लेख है।
राज्यपाल ने योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर दिया जोर
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि योजनाओं का निर्माण ही नहीं, बल्कि उनका सही ढंग से क्रियान्वयन भी बेहद जरूरी है ताकि हर नागरिक को योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार गरीबों, महिलाओं, किसानों और युवाओं के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है।
राज्यपाल ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी सिर्फ योजनाएं बनाना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि योजनाएं सही समय पर लोगों तक पहुंचे और उनके जीवन में वास्तविक सुधार लाएं। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है और उत्तराखंड को आत्मनिर्भर व समृद्ध बनाने में सहायक साबित होगी।
पुस्तक ऑनलाइन उपलब्ध, शोधार्थियों के लिए भी उपयोगी
राज्यपाल ने बताया कि तकनीकी युग में सूचना का अधिकतम प्रसार आवश्यक है। इसलिए इस पुस्तक को उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट WWW.uk.gov.in पर अपलोड किया गया है, जिससे कोई भी नागरिक इसे डाउनलोड कर सकता है।
उन्होंने कहा कि यह पुस्तक केवल लाभार्थियों के लिए ही नहीं, बल्कि शोधकर्ताओं के लिए भी उपयोगी साबित होगी। साथ ही, प्रशासन को नागरिकों के करीब लाने के लिए ‘सरकार जनता के द्वार’ एवं ‘हमारा संकल्प अनुशासित प्रदेश’ अभियानों की सराहना की।
तकनीक के माध्यम से योजनाओं को सरल बनाने पर जोर
राज्यपाल ने कहा कि योजनाओं की जानकारी सरल भाषा में मिलनी चाहिए, ताकि कोई भी नागरिक जटिल प्रक्रियाओं के कारण अपने हक से वंचित न रह जाए। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक को सभी विभागीय वेबसाइटों और केंद्र सरकार के प्रतिष्ठानों की वेबसाइटों पर भी अपलोड किया गया है, जिससे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
कार्यक्रम में कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।