नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू को भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (IWLF) के एथलीट आयोग का अध्यक्ष चुना गया है। मीराबाई ने इस नई भूमिका को अपने साथी भारोत्तोलकों की आवाज़ उठाने का अवसर बताया है और कहा है कि वह इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाएंगी।
मीराबाई चानू ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, “मैं भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के एथलीट आयोग की अध्यक्ष बनने पर आभारी हूं। यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे अपने साथियों की आवाज़ को मंच देने का मौका मिला है। मैं सुनिश्चित करूंगी कि खिलाड़ियों की समस्याएं और दृष्टिकोण हर जरूरी मंच तक पहुंचे।”
चानू ने आगे कहा कि वह खेल के प्रति फोकस बनाए रखने और बाहरी कारकों से खिलाड़ियों को प्रभावित न होने देने की दिशा में काम करेंगी।
30 वर्षीय मीराबाई चानू भारत की उन चुनिंदा भारोत्तोलकों में शामिल हैं जिन्होंने ओलंपिक में पदक जीता है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में उन्होंने कुल 210 किलोग्राम भार उठाकर रजत पदक हासिल किया था। हालांकि पेरिस ओलंपिक में वह पदक जीतने से चूक गई थीं, जिसका कारण उन्होंने मासिक धर्म के दौरान होने वाली कमजोरी को बताया था।
चानू का अंतरराष्ट्रीय करियर काफी उपलब्धियों से भरा है। उन्होंने 2018 और 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक, 2017 की विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण और 2022 में रजत पदक जीता है। राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में भी उन्होंने तीन स्वर्ण और एक रजत पदक अपने नाम किया है। हालांकि उनकी ट्रॉफी कैबिनेट में एशियाई खेलों का पदक अब भी शेष है।
भारतीय भारोत्तोलन जगत में मीराबाई की यह नई भूमिका न केवल खिलाड़ियों की आवाज़ बुलंद करेगी, बल्कि खेल की दिशा में सकारात्मक बदलाव लाने में भी अहम साबित हो सकती है।