ब्रांडेड दवाओं की पैकेजिंग में बिक रही थी नकली दवाएं, STF ने किया भंडाफोड़

ब्रांडेड दवाओं की पैकेजिंग में बिक रही थी नकली दवाएं, STF ने किया भंडाफोड़

देहरादून – उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने स्वास्थ्य सुरक्षा के खिलाफ काम कर रहे एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बड़ी कार्रवाई की है। STF ने नकली जीवन रक्षक दवाओं के निर्माण और सप्लाई में शामिल गिरोह के सरगना और फैक्ट्री मालिक देवी दयाल गुप्ता को दिल्ली के अशोक विहार से गिरफ्तार किया है। आरोपी Dr. Mittal Laboratories Pvt. Ltd. नामक कंपनी का मालिक है, जो सहसपुर क्षेत्र में संचालित हो रही थी।

एक करोड़ से अधिक नकली गोलियां बना चुका था गिरोह

STF की जांच में सामने आया कि आरोपी देवी दयाल वर्ष 2021 से 2025 के बीच गिरोह के सह-अभियुक्त नवीन बंसल को करीब 1.42 करोड़ टैबलेट और 2 लाख से ज्यादा कैप्सूल सप्लाई कर चुका था। ये दवाइयां प्रतिष्ठित कंपनियों जैसे Pantaprazole, Diclocin SP, Telmisartan, Amlodipine, Voveran SR जैसी ब्रांडेड दवाओं की हूबहू नक़ल थीं।

इन नकली दवाओं को Bee Chem Biotech और Reelin PharmaTek जैसी फर्जी कंपनियों के नाम से हरियाणा, राजस्थान (भिवाड़ी) और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में भेजा जा रहा था।

गिरफ्तारी का सिलसिला

STF की सख्त निगरानी और मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है:

  • संतोष कुमार – 1 जून को नकली लेबल, QR कोड और आउटर बॉक्स के साथ पकड़ा गया
  • नवीन बंसल – दवा सप्लाई नेटवर्क का मास्टरमाइंड
  • आदित्य काला
  • देवी दयाल गुप्ता – फैक्ट्री मालिक, दिल्ली निवासी

इन पर सेलाकुई थाने (मुकदमा संख्या 59/25) में केस दर्ज किया गया है और विवेचना STF कर रही है।

जनस्वास्थ्य और राजस्व को बड़ा खतरा

STF का कहना है कि इस तरह की नकली दवाइयां न सिर्फ लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा हैं, बल्कि इससे सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान भी होता है। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ के निर्देश पर यह ऑपरेशन चलाया गया।

STF की अपील

STF ने आम जनता से अपील की है कि दवा खरीदते समय ब्रांड, बैच नंबर और QR कोड की जांच जरूर करें। किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

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