देहरादून/पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गईं पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी घोड़े से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। यह हादसा तिब्बत के दारचिन इलाके में हुआ, जहाँ उनकी कमर में गहरी चोट आई है। हादसे के बाद उन्हें रेस्क्यू कर भारत वापस लाया गया है।
प्रशासन के मुताबिक, मीनाक्षी लेखी को गुंजी लाया गया, जहाँ से उन्हें हेलीकॉप्टर के माध्यम से एम्स ऋषिकेश भेजे जाने की तैयारी की गई है। पिथौरागढ़ एसपी रेखा यादव ने बताया कि मौसम खराब होने के कारण एयरलिफ्ट में देर हो रही है, लेकिन सभी व्यवस्थाएं तैयार हैं।
टनकपुर से 9 जुलाई को रवाना हुआ था जत्था
मीनाक्षी लेखी 9 जुलाई को टनकपुर से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रवाना हुए दूसरे जत्थे में शामिल थीं, जिसमें कुल 48 यात्री थे। इस जत्थे को कुमाऊं मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस से सीएम कैंप कार्यालय के प्रतिनिधियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
यात्रा पथ के अनुसार यह जत्था धारचूला, गूंजी, नाभी ढांग होते हुए लिपुलेख दर्रे के रास्ते कैलाश मानसरोवर की ओर अग्रसर था।
मीनाक्षी लेखी: प्रखर वक्ता और अनुभवी नेता
मीनाक्षी लेखी, भारतीय जनता पार्टी की प्रमुख महिला नेताओं में से एक रही हैं। वे दिल्ली से सांसद रह चुकी हैं और विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री के पद पर कार्य कर चुकी हैं। पेशे से वकील लेखी को प्रखर वक्ता और समसामयिक मुद्दों की गहरी समझ रखने वाली नेता के रूप में जाना जाता है।
प्रशासन सतर्क, मौसम सामान्य होते ही किया जाएगा एयरलिफ्ट
फिलहाल गुंजी में लेखी का प्राथमिक उपचार चल रहा है। मौसम में सुधार होते ही उन्हें हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स पहुंचाया जाएगा। प्रशासन ने हालात पर करीबी नजर बनाए रखी है और हर संभव सहायता देने की बात कही है।