श्रीनगर गढ़वाल, आज दिनांक 8 सितंबर 2025 को हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल में कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के कुलगीत और ध्वज निर्माण को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी विशेष आमंत्रित अतिथि और परामर्शदाता के रूप में शामिल हुए।
कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का कुलगीत और ध्वज उसकी पहचान के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि कुलगीत ऐसा होना चाहिए जो संक्षिप्त, सरल और प्रत्येक छात्र-छात्रा की जुबान पर हो। गीत में गढ़वाल के गौरव और गढ़वाली भाषा की मिठास का समावेश होना चाहिए। प्रो. सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय ने कुलगीत और ध्वज निर्माण के लिए कार्य शुरू कर दिया है।
बैठक में लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने कुलगीत के गीत और संगीत को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि गीत की समय-सीमा को ध्यान में रखते हुए संगीत और कोरस में तारतम्य स्थापित करना आवश्यक है। नेगी जी, जिन्होंने अपने गीतों के माध्यम से उत्तराखंड की संस्कृति, लोक भाषा, क्षेत्रीय बोलियों को संरक्षित करने का कार्य किया है । नेगी जी ने कुलगीत को स्थानीय लोक संस्कृति से जोड़ने पर बल दिया।
बैठक के दौरान प्रो. गुड्डी बिष्ट पंवार ने अभी तक तैयार किए गए कुलगीत का वाचन किया। कुलगीत निर्माण समिति के संयोजक डॉ. मोहन पंवार ने बताया कि कुलपति के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय में ‘नरेन्द्र संगीत सप्ताह’ का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र सिंह नेगी के गीत आज चार पीढ़ियों द्वारा गाए जाते हैं ।
कुलपति ने विश्वविद्यालय ध्वज के प्रारंभिक डिजाइनों पर चर्चा की और संयोजक समिति के सदस्यों से बेहतर सुझावों के लिए इसे साझा करने का निर्देश दिया। उनका उद्देश्य एक ऐसा ध्वज तैयार करना है जो विश्वविद्यालय की गरिमा और पहचान को प्रतिबिंबित करे।
कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह ने नरेन्द्र सिंह नेगी का विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में स्वागत किया और उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नेगी जी ने उत्तराखंड की संस्कृति, लोक भाषा, क्षेत्रीय बोलियों को संरक्षित करने का कार्य किया है ।भविष्य में विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों में नेगी जी के सहयोग की अपेक्षा जताई।
बैठक में प्रो. मृदुला जुगरान, डॉ. सुशील कोटनाला, डॉ नीरज नैथानी, डॉ. एकता बिष्ट, महेश डोभाल, गणेश खुगशाल गणी, और डॉ. संजय पाण्डेय सहित कुलगीत निर्माण समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
यह बैठक विश्वविद्यालय के कुलगीत और ध्वज निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नरेन्द्र सिंह नेगी जैसे प्रख्यात लोकगायक के मार्गदर्शन और कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह की दूरदर्शी सोच से विश्वविद्यालय अपनी सांस्कृतिक पहचान को और सशक्त करने की दिशा में अग्रसर है।
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