देहरादून, 27 सितंबर। ग्राफिक एरा में उत्तराखंड की पारंपरिक संस्कृति को पर्यटन के साथ जोड़ने का प्रयास किया गया। छात्र-छात्राओं को पर्वतीय सांस्कृतिक विविधता, पारंपरिक व्यंजन और लोक परंपराओं से रूबरू होने का अनोखा अवसर मिला।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में आज विश्व पर्यटन दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पर्यटन व्यवसायी कैप्टन सरभदीप सिंह ने कहा कि स्थानीय लोग, सरकार और पर्यटन उद्योग यदि एक साथ मिलकर प्रयास करें तो उत्तराखंड में पर्यटन के माध्यम से न केवल हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे बल्कि उत्तराखंड अपनी समृद्ध संस्कृति, अनूठे व्यंजन और जीवंत परंपराओं को वैश्विक स्तर पर चमकाने में सक्षम होगा।
इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के प्रो० वी सी डॉ० संतोष एस सर्राफ़ ने कहा कि पर्यटन उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था की रीड है और इसे मजबूत बनाने के लिए सतत् विकास, योजनाबद्ध रणनीति और स्थानीय सहभागिता बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम में उत्सव ग्रुप के निदेशक डॉ० राकेश भट्ट और प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ० रेशमा शाह ने पहाड़ी लोकगीतों और जागर की गूंज से ऐसा माहौल रचा मानो श्रोतागण सीधे हिमालय की आंचल की वादियों में पहुंच गए। डॉ० भट्ट ने लोकगीतों और जागर के माध्यम से पर्यटन को लोक संस्कृति से जोड़ती उत्तराखंड की नंदा राजजात यात्रा की गाथा को जीवंत कर दिया।
कार्यक्रम में मीठू पहाड़ नाम से कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में छात्र-छात्राओं ने उत्तराखंड की पारंपरिक मिठाइयां-रोट और अरसे को पारंपरिक विधि से बनते देखा और सीखा। उनके लाजवाब स्वाद और सोंधी खुशबू ने सभी को मानो सीधे पहाड़ों की वादियों में पहुंचा दिया।
कार्यक्रम में आयोजित गढ़वाली फूड फेस्टिवल में झंगोरे की खीर, चैसूं, लिंगड़े की सब्जी, थेचवानी, काफुली, लाल चावल जैसे उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों की भरपूर विविधता देखने और चखने को मिली।
वहीं दूसरी ओर बीज प्रदर्शनी ने उत्तराखंड की कृषि धरोहर को पर्यटन से जोड़ने का संदेश दिया। बीज बचाओ आंदोलन से जुड़े पर्यावरणविद श्री विपिन जरधारी ने नौरंगी, पहाड़ी राजमा, मंडुवा, झंगोरा जैसे बीजों की जानकारी देकर स्थानीय कृषि परंपराओं पर प्रकाश डाला।
यह कार्यक्रम ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट ने आयोजित किया। कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ० नरेश कुमार शर्मा, हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ० अमर डबराल, हेनवल वानी कम्युनिटी रेडियो के रवि गुसाईं के साथ डॉ० वी. पी उनियाल, डॉ० राकेश दानी, डॉ० रविश कुकरेती, आकाश रावत अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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