बदरीनाथ/केदारनाथ। उत्तराखंड के चारधामों में से दो प्रमुख धाम — बदरीनाथ और केदारनाथ — में इस बार दीपावली सोमवार को धूमधाम से मनाई जाएगी। दोनों ही धामों को फूलों और दीपों से सजाया गया है, जिससे पूरा परिसर भक्तिमय वातावरण में झिलमिला उठा है।
बदरीनाथ धाम में 12 क्विंटल गेंदे के फूलों, गुलाब और अन्य रंग-बिरंगे पुष्पों से मंदिर परिसर को आकर्षक रूप से सजाया गया है।
बीकेटीसी (बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति) ने बताया कि दीपोत्सव तीर्थ पुरोहितों और हक-हकूकधारियों के सहयोग से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर डिमरी केंद्रीय पंचायत, मेहता, भंडारी और कमदी हकहकूकधारी परिवार दीप प्रज्वलित करेंगे।
बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बताया कि मंदिर परिसर और मार्गों को दीपों से सजाया गया है, जबकि मंदिर के लिए फूलों की व्यवस्था मुंबई के एक श्रद्धालु द्वारा की गई है।
धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने बताया कि दीपावली के दिन माता लक्ष्मी, कुबेर जी और भगवान बदरीविशाल के खजाने की विशेष पूजा की जाएगी।
वहीं, केदारनाथ धाम में दीपावली से पहले कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। रविवार को भकुंट भैरव की आज्ञा लेने के बाद गर्भगृह से सोने का छत्र और कलश उतारा गया। इसके बाद भगवान केदार की सूक्ष्म पूजा और बिना श्रृंगार की आरती आरंभ हो गई है।
इस अवसर पर केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, महामंत्री अंकित सेमवाल, अनीत शुक्ला, पंकज शुक्ला सहित अन्य श्रद्धालु और हक-हकूकधारी मौजूद रहे।
केदारनाथ मंदिर को भी लगभग तीन क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है।
दोनों धामों में दीपोत्सव की तैयारियों ने धार्मिक आस्था, परंपरा और भक्ति का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया है।