रेनबो न्यूज़ इंडिया* 12 मार्च 2022
चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LaC) पर भारत को जरूरी उपकरणों और अन्य साम्रगी की मदद करना अमेरिका जारी रखेगा। अमेरिकी सेना के एक शीर्ष एडमिरल ने सीनेट के सदस्यों से यह कहा। उन्होंने जोर देते हुए कहा है कि वाशिंगटन और नई दिल्ली के बीच एक ‘मजबूत रक्षा साझेदारी’ है, जो जारी रहेगी।
अमेरिकी हिंद-प्रशांत कमान के कमांडर एडमिरल जॉन एक्विलिनो ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सैन्य स्थिति पर संसद (कांग्रेस) के उच्च सदन सीनेट की आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के समक्ष दिए गए अपने एक बयान में कहा कि दोनों देशों (भारत और अमेरिका) के बीच रक्षा साझेदारी एवं सैन्य संबंध बेहद मजबूत हैं, इसलिए अमेरिका भारत की मदद करना जारी रखेगा।
इससे पहले जॉन एक्विलिनो ने अमेरिकी संसद में भारत-चीन के बीच संबंधों पर चिंता जाहिर की थी। हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर चर्चा के दौरान उन्होंने सांसदों से कहा था कि अक्टूबर, 2021 में चीनी सांसदों ने सीमावर्ती जमीन के संबंध में एक कानून पारित किया था। यह उनकी संप्रभुता और सीमा सुरक्षा में पीएलए की भूमिका बढ़ाने के संबंध में था। यह कानून जनवरी, 2022 से प्रभावी हुआ है। इसमें वह क्षेत्र संबंधी विवाद को दूर करने के लिए सेना का अधिकाधिक उपयोग करेगा।
हिंद-प्रशांत सुरक्षा मामलों के सहायक रक्षा मंत्री एली रैटनर ने कहा कि भारत-चीन सीमा (एलएसी) पर अमेरिका की पैनी नजर है। उन्होंने कहा कि चीन से लगे एलएसी पर भारत बड़े मुश्किल हालात का सामना कर रहा है।
Related posts:
- चीन ने पहली बार हिंद-प्रशांत पहल को स्वीकार किया
- कोविड संकट से निपटने के तरीके तलाशने के लिए भारत के साथ मिलकर काम कर रहा अमेरिका: अधिकारी
- ऑनलाइन कार खरीदने के चक्कर में युवक ने गंवाए डेढ़ लाख रुपये
- हिंदू-अमेरिकी संस्कृति ने अमेरिका को समृद्ध बनाया है: अमेरिकी सांसदों ने कहा
- अमेरिका की पूर्व राजनयिक हेली और सांसद वाल्ट्ज ने भारत के साथ गठबंधन करने की अपील की
- कोविड-19: अमेरिकी टीके पाने वाला प्रमुख देश होगा भारत: राजदूत संधू