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अगस्त्यमुनि महाविद्यालय में मुख्यमंत्री नवाचार योजना के अंतर्गत वर्षा जल संग्रहण पुस्तिका का विमोचन

अगस्त्यमुनि महाविद्यालय में मुख्यमंत्री नवाचार योजना के अंतर्गत वर्षा जल संग्रहण पुस्तिका का विमोचन

रेनबो न्यूज़ इंडिया * 1 अप्रैल 2022 

रुद्रप्रयाग।  राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में “मुख्यमंत्री नवाचार योजना” के अंतर्गत हस्त-पुस्तिका “वर्षा जल संग्रहण” का विमोचन किया गया। यह कार्यक्रम “नवाचार क्लब” के माध्यम से महाविद्यालय के स्वामी रामकृष्ण प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। हस्त-पुस्तिका “वर्षा जल संग्रहण” का विमोचन महाविद्यालय प्राचार्य प्रो० पुष्पा नेगी एवं मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष अरुणा बेंजवाल के द्वारा किया गया।

इस अवसर पर अरुणा बेंजवाल ने जल की महत्ता को परम्परा से जोड़कर कहा कि राजा भगीरथ की तीन पीढ़ियाँ गंगा नदी को धरती पर लाने में खत्म हो गयी थी, हमें उनके अथक प्रयास का महत्व समझना होगा। उन्होंने कहा समय के साथ गाँव-घरों में धारे, कुँए, नाले सूख रहे हैं। इस विकट समस्या के समाधान के लिए वनों की सुरक्षा करना आवश्यक है।

प्राचार्य प्रो० पुष्पा नेगी ने कहा कि जल, जंगल, जमीन और जीवन को एक धरातल से जोड़कर ही हम जल संरक्षण के कार्य को मूर्त रूप प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने गुरुगोविंद सिंह की प्रेरक उक्ति “सवा लाख से एक लड़ाऊँ, तब गोविंद सिंह नाम कहलाऊँ” के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति के मूलभूत दायित्व से जल-सुरक्षा का संदेश दिया। प्राचार्य ने छात्र-छात्राओं को “परीक्षा पर चर्चा” कार्यक्रम से जुड़ने एवं पूर्ण मनोयोग से सफल भविष्य की तैयारी करने हेतु भी प्रेरित किया।

प्राध्यापिका डॉ० दीप्ति राणा ने जल को जीवन और संस्कृति का पर्याय बताते हुए कहा कि भूजल का स्तर निरन्तर घटना एवं कारखानों इत्यादि के माध्यम से जल प्रदूषित होना संकटमय भविष्य का संकेत है। उन्होंने कहा जल-संरक्षण के लिए जंगलों के अत्यधिक दोहन पर रोक लगाना आवश्यक है।

इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गयी तथा उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं को पारितोषिक वितरित किया गया। मंच संचालन तकनीकी नोडल अधिकारी डॉ० नवीन खंडूरी ने किया। नोडल अधिकारी डॉ० हरिओम शरण बहुगुणा ने महाविद्यालय में गतिमान “रैन वाटर हार्वेस्टिंग” प्रोजक्ट की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि जल नैसर्गिक है, जल का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थी प्रेक्टिकल वर्क के साथ-साथ अपने घर, गाँव, पंचायत एवं नगरों में जागरूकता का कार्य करेंगे ऐसा हमारा विश्वास है।

कार्यक्रम में नवाचार क्लब के सदस्य डॉ० सुधीर पेटवाल, डॉ० चन्द्रकला नेगी, डॉ० अनुज कुमार, डॉ० तनुजा मौर्य, डॉ० ममता थपलियाल एवं डॉ० कनिका बड़वाल ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ० के पी चमोली, डॉ० जितेंद्र सिंह, डॉ० राजेश कुमार, डॉ० शशिबाला पँवार, डॉ० सुनील भट्ट, डॉ० मदन नेगी, डॉ० सोनी आर्य और महाविद्यालय कर्मचारी मुकेश, ताहिर इत्यादि सहित लगभग 150 छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।

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