रेनबो न्यूज़ इंडिया* 17 मई 2022
गढ़वाल के ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्र में चारधाम की यात्रा करने आने वाले कई श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य कारणों से मौत हुई है। इसके द्रष्टिगत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अस्वस्थ यात्रियों से अपील की कि वे चिकित्सक की अनुमति के बिना यात्रा शुरू न करें।
अल्मोड़ा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह देशभर के श्रद्धालुओं से अपील करते हैं कि जो लोग शारीरिक रूप से अभी स्वस्थ नहीं हैं, वे जब तक डॉक्टर न कहे, तब तक यात्रा प्रारंभ न करें।
उल्लेखनीय है कि तीन मई को अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ शुरू हुई चारधाम यात्रा में अब तक 40 श्रद्धालु स्वास्थ्य कारणों के चलते अपने प्राण गंवा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर की मृत्यु हृदयाघात की वजह से हुई।
आधिकारिक आंकडों के अनुसार, यमुनोत्री ओर केदारनाथ में 14-14, बद्रीनाथ में आठ और गंगोत्री में चार श्रद्धालुओं की जान गयी है। केदारनाथ के कपाट छह मई को जबकि बद्रीनाथ के कपाट आठ मई को खुले थे।
धामी ने कहा कि पिछले दो साल कोविड के कारण बाधित रही चारधाम यात्रा इस बार पुनः विधिवत प्रारंभ हुई है, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा को और सुव्यवस्थित करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है और सरकार की कोशिश है कि देशभर के श्रद्धालु यहां सुरक्षित आएं और सुरक्षित वापस जाएं तथा उन्हें किसी तरीके की कोई परेशानी न हो।
धामी ने यात्रा पर जा रहे नौजवानों से महिलाओं और बुजुर्गों को दर्शन का पहले मौका देने का आग्रह भी किया।
गौरतलब है कि रविवार तक देश भर से पांच लाख 20 हजार 321 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन को आ चुके हैं।
इससे पहले, धामी ने कल्याणिका हिमालय देवस्थानम् के चतुर्थ वार्षिकोत्सव एवं श्री पीठम् स्थापना महोत्सव में हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों पर कोई भी व्यक्ति अपनी मर्जी से नहीं आता बल्कि उसे ईश्वर स्वयं बुलाते हैं।
धामी ने कहा कि ऐसे सिद्ध पीठ स्थानों से पूरे देश और सनातन संस्कृति को ऊर्जा मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार आगे बढ़ रहा है जिसके तहत अयोध्या में श्री राम लला का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है जबकि काशी में भव्य काशी विश्वनाथ गलियारा बनकर तैयार हो गया है।
उन्होंने कहा कि साल 2013 की आपदा में क्षतिग्रस्त हो गए केदारनाथ क्षेत्र एवं आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा प्रधानमंत्री के दृढ़ संकल्प की बदौलत फिर भव्य और दिव्य रूप में बन चुकी है। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ धाम में भी 250 करोड़ रुपये के विकास कार्य चल रहे हैं।
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